भारत में अभी महंगे डीजल की वजह से किसानों की फसल उत्पादन लागत बढ़ती जा रही है. खास बात यह है की उन किसानों को फसल उगाने के लिए ज्यादा खर्च करना पड़ता है जिन्हें सिंचाई की बेहतर व्यवस्था उपलब्ध नहीं है. उन्हें या तो बारिश के भरोसे रहना पड़ता है या फिर डीजल पंप के जरिए सिंचाई करनी पड़ती है. इससे उनकी लागत बढ़ती है और मुनाफे पर असर पड़ता है.
आपको बता दे की ऐसे किसान अपनी लागत कम रखने के लिए केंद्र सरकार की योजनाओं का लाभ ले सकते हैं. इसके जरिए न सिर्फ मुफ्त में सिंचाई कर सकेंगे बल्कि सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी का भी फायदा उठा सकेंगे. लागत कम रहने से कमाई भी ज्यादा होगी.
पीएम कुसुम योजना : मीडिया रिपोर्ट की माने तो किसानों की आर्थिक उन्नति के लिए केंद्र सरकार की ओर से कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. इन्हीं में से एक है प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM Kusum Yojana). इसका लाभ उठाकर किसान भाई मुफ्त में फसलों की सिंचाई कर सकते हैं. इस योजना की शुरुआत मोदी सरकार ने वर्ष 2019 में की थी. इसके तहत किसानों को सोलर पंप लगाने के लिए सब्सिडी मुहैया कराई जाती है. यह योजना ऊर्जा मंत्रालय की है.
सोलर पंप के लिए 75 फीसदी सब्सिडी : बताया जा रहा है की इस योजना के तहत 75 फीसदी सब्सिडी दी जाती है. इसमें से 30 फीसदी केंद्र सरकार की ओर से और 45 फीसदी सब्सिडी राज्य सरकार की ओर से मुहैया कराई जाती है. सोलर पंप लगाने के लिए किसानों को सिर्फ 25 फीसदी राशि का भुगतान करना होता है. इन पंपों को लगाने पर बीमा कवर भी मिलता है. सोलर पंप से सिंचाई करने का खर्च कुछ भी नहीं आता है क्योंकि यह सौर ऊर्जा से चलता है.