“हर किसी के लिए घर बनाना एक सपने की तरह होता है। इसलिए हर कोई अच्छे से अच्छा घर बनवाना चाहता है। जानकारों की माने तो छर की कीमतों में बीते चार महीनों में ही बेतहाशा वृद्धि हुई है। 15 नवंबर से लेकर अब तक की स्थिति में देखा जाए तो सरिया 24 हजार रुपये प्रति टन महंगा हो गया है। खबरों की माने तो आने वाले एक से सवा माह तक कीमतों में कमी आने की संभावना नहीं है। लोहा कारोबारियों का कहना है कि छर की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे सबसे मुख्य कारण कोयला है। बीते दो महीनों से कोयले की अनुपलब्धता बनी हुई है।

40 फीसद से अधिक मांग घटी : आपको बता दे की छर की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से बीते छह महीनों में इसकी मांग में 40 फीसद से अधिक की गिरावट आ गई है। कारोबारियों का कहना है कि कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से अभी बहुत से प्रोजेक्टों की रफ्तार थम गई है। साथ ही बहुत से घरों का निर्माण कार्य भी रुक गया है। लोग कीमतों में गिरावट का इंतजार कर रहे हैं।

सीमेंट में भी रहा उतार-चढ़ाव : बताया जा रहा है की छर के साथ ही सीमेंट की कीमतों में भी पिछले साल त्योहारी सीजन से लेकर अब तक जबरदस्त उतार-चढ़ाव बना हुआ है। कारोबारियों की माने तो सीमेंट की कीमतों में तेजी को बाजार बिल्कुल भी सपोर्ट नहीं कर रहा है। इसके चलते ही कीमतों में गिरावट है।

अप्रैल से महंगे होंगे बिल्डरों के प्रोजेक्ट : खास बात यह है की भवन निर्माण सामग्री की कीमतों में आई तेजी के चलते अप्रैल महीने से बिल्डरों द्वारा अपने प्रोजेक्टों की कीमतों में 10 फीसद तक बढ़ोतरी की तैयारी की जा रही है।

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