पोस्ट ऑफिस हर वर्ग के लिए कई तरह की खास योजनाएं चला रहा है। इन योजनाओं में निवेश करना आपके लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है। जिसमें निवेश करके अपने पैसे को कई गुना बढ़ाया जा सकता है. Post Office की स्कीम बाजार से लिंक्ड नहीं होती हैं, जिसके चलते इसमें रिटर्न को लेकर कोई रिस्क नहीं होता है. इस तरह यहां आपका पैसा पूरी तरह से सुरक्षित रहता है और एक निश्चित रिटर्न भी मिलता रहता है. पोस्ट ऑफिस की मंथली इनकम स्कीम (Post Office MIS) एक सुपरहिट स्माल सेविंग्स स्कीम है.
खास बात यह है की यह एक ऐसी स्कीम है, जिसमें एकमुश्त जमा करने पर आपको हर महीने गारंटीड इनकम की गारंटी देती है. इस स्कीम की खासियत यह है कि इसमें ज्वाइंट अकाउंट खुलवाकर मैक्सिमम बेनेफिट लिया जा सकता है. इस स्कीम में पति-पत्नी ज्वाइंट अकाउंट हर महीने गारंटीड इनकम कर सकते हैं. इसमें सिर्फ एकमुश्त निवेश करना होता है. इसकी मैच्योरिटी 5 साल की होती है. यानी, पांच साल बाद से आपको गारंटीड मंथली इनकम होने लगेगी.
POMIS: ज्वाइंट अकाउंट में 9 लाख डिपॉजिट : आपको बता दे की पोस्ट ऑफिस (Post Office) की इस स्कीम के तहत सिंगल अकाउंट में मैक्सिमम 4.5 लाख रुपये जमा कराए जा सकते हैं, जबकि ज्वॉइंट अकाउंट में 9 लाख रुपये मैक्सिमम डिपॉजिट लिमिट है. अभी इस स्कीम में 6.6 फीसदी का सालाना ब्याज मिल रहा है. अगर आप चाहें तो आपका कुल प्रिंसिपल अमाउंट 5 साल की मेच्योरिटी पीरियड के बाद वापस मिल जाएगा. वहीं, इसे आगे 5—5 साल और बढ़ा सकते हैं. हर 5 साल बाद ऑप्शन होगा कि अपना प्रिंसिपल अमाउंट ले सकते हैं या स्कीम आगे बढ़ा सकते हैं.
पति-पत्नी को होगी 4,950 रु की मंथली इनकम : जानकारों की माने तो पति-पत्नी ने ज्वॉइंट अकाउंट खुलवाया है और उसमें 9 लाख रुपये जमा कराए हैं. इस पर 6.6 फीसदी की दर से 59,400 रुपये सालाना ब्याज बनता है. इसे 12 महीनों में बांटें तो आपको हर महीने 4,950 रुपये मिलेंगे. नियम के मुताबिक, MIS में दो या तीन लोग मिलकर भी ज्वाइंट अकाउंट खुलवा सकते हैं. इस अकाउंट के बदले में मिलने वाली आय को हर मेंबर को बराबर दिया जाता है. ज्वाइंट अकाउंट को कभी भी सिंगल अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. सिंगल अकाउंट को भी ज्वाइंट अकाउंट में कन्वर्ट करा सकते हैं. अकाउंट में किसी तरह का बदलाव करने के लिए सभी अकाउंट मेंबर्स की ज्वाइंट एप्लीकेशन देनी होती है.