अब और होगी जेब ढीली: तेल की कीमतों में तेज उबाल, यह बड़ा कदम भी नहीं आया काम

देश में तेल के बढ़े दामो से लोग काफी परेसान है. बता दे की इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी (IEA) का एक बड़ा कदम भी तेल की कीमतों में नरमी लाने में नाकाम रहा है। दरअसल, इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी ने अपने इमरजेंसी स्टॉक से ऑयल सप्लाई रिलीज करने की घोषणा की है, लेकिन इस घोषणा के बाद भी ऑयल प्राइसेज में गिरावट का रुख नहीं देखने को मिला। बुधवार को ब्रेंट क्रूड के दाम 110 डॉलर प्रति बैरल को पार कर गए।

2014 के बाद अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर क्रूड : खास बात यह है की बुधवार को दोपहर करीब 12.45 बजे ब्रेंट क्रूड 111.56 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर था। पिछले क्लोजिंग लेवल के मुकाबले ब्रेंट क्रूड में 6.59 फीसदी की तेजी आई है। ब्रेंट क्रूड फिलहाल साल 2014 के बाद अपने हाइएस्ट लेवल पर है। वहीं, वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) 6.33 फीसदी की तेजी के साथ 109.74 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है।

60 मिलियन बैरल ऑयल रिलीज करेंगे IEA के सदस्य देश : आपको बता दे की यूक्रेन पर रूस के हमले से पिछले एक हफ्ते में ऑयल प्राइसेज में तेज उछाल आया है, क्योंकि सप्लाई शॉर्टेज को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी हो गई हैं। ग्लोबल एनर्जी मार्केट्स में रूस का अहम रोल है। रूस, दुनिया का तीसरा बड़ा ऑयल प्रॉड्यूसर और सबसे बड़े ऑयल एक्सपोर्टर्स में से एक है। IEA के सदस्य देश अपने इमरजेंसी रिजर्व से 60 मिलियन बैरल ऑयल रिलीज करने के लिए रजामंद हो गए हैं। ऑयल के इंडियन बॉस्केट में ओमान, दुबई और ब्रेंट क्रूड आते हैं, इनका लेवल भी 100 डॉलर प्रति बैरल के स्तर को पार कर गया। मंगलवार को इसकी कीमतें 102.16 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर थीं।