यूपी सरकार की योजना एक ज़िला एक उत्पाद (ODOP) द्वारा, वहां के किसानों शिल्पकार और दस्तकारों को अधिक लाभ मिल रहा है।
यहां केले के रेशे से विभिन्न प्रकार के उत्पाद निर्मित किए जा रहे हैं, जिनका अधिक मात्रा में डिमांड है।
रवि प्रसाद यूपी के हरिहरपुर से सम्बंध रखते हैं।
उनकी उम्र 36 वर्ष है। उन्होंने ओडीओपी योजना द्वारा ज़िले में केले के रेशे द्वारा अन्य तरह के उत्पाद निर्माण का कार्य प्रारंभ किया और उन्होंने इस कार्य में लगभग साढ़े 400 महिलाओं के साथ-साथ, 60 पुरुषों को सम्मिलित कर उन्हें रोज़गार दिया है।
500 व्यक्तियों को दिया ट्रेनिंग
उन्होंने जानकारी दिया कि कुशीनगर के 9000 हेक्टेयर दायरे में केले की खेती हो रही है और इस खेती में लगभग 9500 किसान एवं 500 हस्तशिल्प जुड़े हैं।
500 व्यक्तियों में लगभग साढ़े 300 व्यक्ति केले के रेशे से किस तरह उत्पादों का निर्माण करना है, इन सब की ट्रेनिंग मिली है और डेढ़ सौ लोगों को केले से उत्पाद बनाने की ट्रेनिंग प्राप्त है।
यहां केले के रेशे से 20 से 25 तरह के उत्पादों को निर्मित किया जा रहा है।
रवि ने यह जानकारी दिया कि केले के रेशे के द्वारा चप्पल, बैग, मैट और कालीन का निर्माण किया जाता है। रेशे से निर्मित कालीन लोगों को अधिक पसंद है, इसका डिमांड अधिक है।
अगर मेले में यह कालीन बिकने चला जाये तो 3 लाख रुपये के करीब हमें इससे राशि प्राप्त होते हैं।