जो आया है वो जाएगा ये तो अटल सत्य है. मगर कोई कितने वक़्त के लिए धरती पर रहेगा यही सबसे है. अब इस पेड़ को ही देख लीजिये जिसने पृथ्वी पर पिछले 4851 साल से झंडा गाड़ा हुआ है.
जी हां, सही सुना आपने- पूरे 4851 साल. अर्थात सिकंदर के विश्व विजय अभियान से लेकर अंग्रेजों और स्पैनिश के दुनिया हथियाओ अभियान तक सब इसके सामने हुए हैं. इसका नाम मेथुसेलाह रखा गया है. ये एक देवदार (चीड़) का पेड़ है, जो प्रजाति का है. ये दुनिया का सबसे पुराना Non-Clonal पेड़ है, जिसकी आयु की पुष्टि हो चुकी है.
इस प्रजाति के पेड़ों कि ख़ासियत है की ये किसी भी तरह के मौसम में भी खड़े रह सकते हैं. वो जिस ऊंचाई पर उगते हैं वहां ज़्यादा बारिश नहीं होती है.
इस वजह से ये पेड़ काफी धीमे बढ़ते हैं. ये पांच के समूह में बढ़ते हैं और शुरूआती चालीस सालों तक ही हरे-भरे रहते हैं. कई सालों तक ये अपने तने पर रिंग्स भी नहीं बना पाते हैं.
ये अकेला ऐसा वृक्ष नहीं है जो हज़ारों सालों से धरती पर मौजूद है, बल्कि ऐसे कई और पेड़ भी हैं जो इससे भी ज़्यादा सदियों से हमारी धरती पर हैं, जिनके बारे में हम आपको आगे बताएंगे.