मोबाइल नंबर आखिर 10 अंकों का ही क्यों होता है? आखिर इसके पीछे का कारण क्या है? अक्सर लोगों के मन में सवाल रहते हैं. तो इस आर्टिकल को पढ़कर जानिए इस सवालों के जवाब. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर मोबाइल नंबर 10 अंकों के ही क्यों होते हैं? ये 11 या 13 अंक के क्यों नहीं हो सकते.
बताया जा रहा है की की भारत में मोबाइल नंबर 10 ही अंकों के होने के पीछे का कारण है सरकार की राष्ट्रीय नंबरिंग योजना यानी एनएनपी. मोबाइल नंबर 10 अंकों के होने का एक दूसरा कारण जनसंख्या भी है. मान लीजिए कि अगर मोबाइल नंबर सिर्फ एक अंक का होता तो जीरो से लेकर नौ तक 10 नंबर ही अलग-अलग बन सकते हैं. जिसके बाद केवल कुल 10 नंबर बनेंगे और कुल 10 लोग ही इनका उपयोग कर सकेंगे. वहीं 2 अंकों का मोबाइल नंबर होने पर भी केवल 0 से 99 तक 100 नंबर ही बन सकेंगे और केवल 100 लोग ही इनका इस्तेमाल कर पाएंगे.
आपको बता दे की देश में 10 अंकों का मोबाइल नंबर होने की एक वजह जनसंख्या भी है. देश की आबादी 130 करोड़ है और ऐसे में 1 या 2 अंकों के डिजिट का मोबाइल नंबर केवल कुछ ही लोगों के लिए उपलब्ध होगा. यदि 9 अंकों का मोबाइल नंबर होगा तो एक लिमिट तक ही नंबर बनाए जा सकते हैं. जबकि केल्कुलेशन के हिसाब से 10 अंकों के लगभग 1000 करोड़ अलग-अलग मोबाइल नंबर बनाए जा सकते हैं. जिसके बाद 130 करोड़ लोगों को अलग-अलग नंबर बांटना आसान होगा. यही वजह है कि भारत में 10 अंकों का मोबाइल नंबर होता है.