Site icon APANABIHAR

प्रेरणा : बेटियों के हाथ समाज सुधार की कमान, बिहार भर से 347 का चयन, अब ऐसे चलेगा अभियान

apanabihar.com 2 102 1

ये 21 वीं सदी है। इसमें कुछ भी असंभव नहीं है। अभी के समय में जहा बेटियों का पैदा होना अब भी आभिशाप माना जाता है। वहाँ आज भी बेटियों को समाज की नजरों से छुपा कर रखा जाता है। लेकिन आज हम आपको जिसकी कहानी बताने जा रहे हैं वह ग़ज़ब की है। दुनिया इस परिवार से बहुत कुछ सीखना चाहती है। इसके बारे में जानना चाहती है। बेटियों ने खुद अपनी काबिलियत को पहचाना और आगे बढ़कर मुकाम हासिल किया। आज बेटियों की काबिलियत को बिहार सरकार ने सलाम किया है। अब उनको समाज सुधार का काम दे रही है। एक, दो नहीं बल्कि बिहार की 347 बेटियों का चयन इसके लिए किया गया है।

Also read: बिहार में अचानक बदला मौसम का मिज़ाज गर्मी से मिली राहत, यहां होगी बारिश

अपने बूते लीक से हट कर काम किया : पटना सहित बिहार भर के माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल की छात्राओं का चयन हुआ है। इन बेटियों को बिहार सरकार की विभिन्न योजनाओं में शामिल किया गया है। हाल में समाज कल्याण विभाग ने समाज सुधार अभियान के तहत उड़ान प्रोजेक्ट में महादेव हाई स्कूल खुसरूपुर की तीन छात्राओं गुड़िया, निर्जला और आयुषी राज को शामिल किया है। वहीं, उच्च विद्यालय बेगूसराय की छात्रा प्रियंका कुमारी को भी अभियान में जगह मिली है।

Also read: राजस्थान से बिहार आना हुआ आसान, इस दिन से चलेगी स्पेशल ट्रेन

जानकारी के लिए बता दे की बिहार सरकार के विभिन्न विभागों ने मध्य, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूल से उन बेटियों की सूची मांगी थी, जिन्होंने अपने बूते लीक से हट कर काम किया है। समाज को आगे बढ़ाने और समाज की सोच बदलने के लिए जिन बेटियों का योगदान रहा, उनका चयन किया गया है। छात्राओं का चयन होने के बाद अगस्त और सितंबर में संबंधित विभाग द्वारा शूटिंग की गयी। शूटिंग के बाद इन्हें संबंधित विभाग अपने बैनर में जगह दे रहे हैं।

Also read: Bihar Mausam Update: बिहार के इन जिलों में कहर बरपाएगी चिलचिलाती गर्मी, जाने कब होगी बारिश

इस तरह कर रहीं अन्य बेटियों को प्रोत्साहित

Also read: Bihar Weather Today : बिहार में होने वाली है बारिश, इन जिलों में गरजेंगे बादल

मिशाल 1

मिशाल 2

मिशाल 3

आत्मनिर्भरता की सीख दे रहीं : बता दे की बेटियां आत्मनिर्भर होने की सीख दे रही हैं। न झुकना है, न पीछे मुड़ कर देखना है, बस आगे बढ़ना है। महादेव हाईस्कूल खुसरूपुर की शिक्षिका निशि कुमारी कहती हैं कि बैनर में नाम व फोटो आने से बेटियों में आगे बढ़ने की ललक जगी है।

Exit mobile version