खुशखबरी: आपके घर में भी हैं लड़कियां तो खाते में आएंगे पूरे 15000 रुपये, जानिए कैसे?

केंद्र की मोदी सरकार और राज्य सरकार (State Government) की ओर से सभी वर्ग के लिए कई तरह के योजनाएं चलाईं जा रही हैं, जिसमें सरकार आर्थिक सहायता (Economic Help) कर रही है. जानकारी के अनुसार सरकार किसानों, महिलाओं और लड़कियों के खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर करने की भी सुविधा देती है. कई सराकरी योजनाओं के तहत इनके खाते में पैसे ट्रांसफर किए जाते हैं. आज हम आपको एक ऐसी सराकरी योजना के बारे में बताएंगे, जिसके तहत आपकी बेटी को पूरे 15000 रुपये मिलेंगे. 

जानिए क्या है स्कीम? : आपको बता दे की यूपी की सरकार उत्तर प्रदेश की लड़कियों को यह सुविधा दे रही है. इस स्कीम का नाम कन्या सुमंगला योजना 2021 (Kanya Sumangla Yojana) है. बता दे की इस स्कीम में आपकी बेटी को पूरे 15000 रुपये सरकार की ओर से मिलेंगे. इस सुविधा का फायदा सिर्फ यूपी की लड़कियों को मिलेगा. आइए आपको इस स्कीम के बारे में डिटेल में बताते हैं- 

कितने रुपये का मिलता है फायदा? : बताया जा रहा है की राज्य सरकार इस योजना के तहत बालिकाओं को पूरे 15000 रुपये का फायदा देती है. इसमें कुल 15000 रुपये ट्रांसफर किए जाते हैं. बता दें इस राशि को 6 समान किस्तों में पेमेंट किया जाएगा. 

  • किस तरह मिलेंगे 15000 रुपये
  • पहली किस्त के 2000 रुपये – बालिका के जन्म होने पर
  • दूसरी किस्त के 1000 रुपये – एक वर्ष तक के पूर्ण टीकाकरण पर
  • तीसरी किस्त के 2000 रुपये – क्लास 1 में प्रवेश पर
  • चौथी किस्त के 2000 रुपये – क्लास 6 में प्रवेश पर
  • पांचवी किस्त के 3000 रुपये – क्लास 9 में प्रवेश पर
  • छठी किस्त के 5000 रुपये – 10वी या 12वीं उत्तीर्ण करके स्नातक या फिर 2 साल से अधिक अवधि के डिप्लोमा कोर्स पर

चेक करें ऑफिशियल वेबसाइट
इस स्कीम के बारे में अधिक जानकारी के लिए आप ऑफिशियल वेबसाइट https://mksy.up.gov.in/women_welfare/index.php पर विजिट कर लें. 

  • जानिए किन लोगों को मिलेगा फायदा- 
  • भार्थी का परिवार उत्तर प्रदेश का निवासी हो.
  • उसके पास स्थायी निवास प्रमाण पत्र हो, जिसमें राशन कार्ड/ आधार कार्ड/ वोटर पहचान पत्र/ इलेक्ट्रिसिटी/ टेलीफोन का बिल मान्य होगा.
  • लाभार्थी की पारिवारिक वार्षिक आय अधिकतम 3 लाख हो.
  • किसी परिवार की अधिकतम दो ही बच्चियों को योजना का लाभ मिल सकेगा.
  • परिवार में अधिकतम दो बच्चे हों.
  • अगर किसी के घर में पहली संतान लड़की हो और बाद में जुड़वा संतान में दोनों लड़की हों तो ऐसी स्थिति में तीनों बालिकाओं को इस सुविधा का लाभ मिलेगा.