पाकिस्तान के लाहौर के अनारकली इलाके में जब बुलडोजरों की दहाड़ शुरू हुई तो कुछ लोगों ने जाकर पास के एक धर्मस्थल में शरण ली।
जाहिर है कि उन्हें अपनी संपत्ति और जमीन को खोने से नुकसान हुआ।
40 साल के स्थानीय निवासी का कहना है कि उन्हें अपना घर पंजाब की प्रांतीय सरकार को बाजार से कम कीमत में बेचने पर विवश किया गया।
ये सारी कवायद इसलिए ताकि चीन के पैसे से पाकिस्तान के दूसरे सबसे बड़े शहर में मेट्रो रेल चलाई जा सके।
ऐसे में जहां मेट्रो आने से उनको तमाम तरह की सुविधाएं मिलने की बात कही जा रही है, मगर कुछ लोग हैं जिन्हें इस मेट्रो के काम ने अपने घर से निकालकर सड़क पर ला दिया है।
जो लोग पहले अच्छा खासा जीवन जी रहे थे, उनकी गिनती बेघर और गरीबों में होने लगी है। करीब 1.8 अरब अमेरकी डॉलर की इस परियोजना का पहला चरण अक्टूबर में शुरू हो गया।
इससे शहर के ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों में भारी कमी आएगी।