15 नवंबर को भारतीय रेलवे की पुरानी व्यवस्था लागू हुई तो आमजन की खुशियों का ठिकाना नहीं रहा। साथ ही सोचने लगे, चलो अब स्पेशल और अतिरिक्त किराया से मुक्ति तो मिलेगी ही, सुविधाएं भी मिलनी शुरू हो जाएंगी। लेकिन उनकी खुशी रेलवे के काउंटरों पर पहुंचते ही गायब हो गई। बता दे की लोगों को किराये और सीट व बर्थ में मिलने वाली रियायतों के लिए अभी इंतजार करना पड़ेगा।
आपको बता दे की भारतीय रेलवे ने भले ही एक्सप्रेस ट्रेनों के नाम से स्पेशल और नंबर से शून्य हटा दिया है। साथ ही पूजा स्पेशल के नाम पर अतिरिक्त किराये को भी बंद कर दिया है। बता दे की अभी भी एक्सप्रेस ट्रेनों में आरक्षित टिकट ही मान्य है। जनरल कोेचों के टिकट भी आरक्षित ही बुक हो रहे हैं। जनरल टिकट पर यात्रा की अनुमति नहीं है।
बताया जा रहा है की इसको लेकर यात्री ही नहीं कर्मचारी संगठनों में भी रोष है। एनई रेलवे मजदूर यूनियन के महामंत्री केएल गुप्त और पूर्वोत्तर रेलवे कर्मचारी संघ के महामंत्री विनोद कुमार राय ने एक्सप्रेस ट्रेनों में भी जनरल टिकट व कोविड काल से पहले मिलने वाली सुविधाओं को यथाशीघ्र फिर से शुरू करने की मांग की है।