बिहार के आठ जिलों के बालू घाटों का टेंडर रुका, इन जिलों में अभी नहीं हो सकेगा खुदाई

बिहार में बालू को लेकर अहम फैसला लिया बताया जा रहा है की बिहार की राजधानी पटना के साथ साथ प्रदेश के आठ जिलों के बालू घाटों के बंदोबस्तधारियों का चयन करने के लिए जारी टेंडर को रोक दिया गया है. खनन निगम के जीएम ने गुरुवार को कहा कि एनजीटी ने दो मामलों में सुनवाई के दौरान 25 अक्तूबर को फरमान दिया, जिसके आलोक में टेंडर को रोक दिया गया है.

बिहार के इन जिलों में बालू खुदाई लगभग सात महीने से बंद है, जिसके बाद से बिहार के इन जिलों में लोगों को दो से तीन गुनी रेट पर बालू खरीदना पड़ रहा है. हालिया एक अक्तूबर से बिहार के आठ जिलों-नवादा, अरवल, बांका, पूर्वी चंपारण, मधेपुरा, किशनगंज, वैशाली और बक्सर में बालू खुदाई जारी है. असल में पुराने बंदोबस्तधारियों ने खुदाई राजस्व बढ़ने के बाद बालू घाटों का संचालन करने से मना कर दिया था.

बिहार में बालू की किल्लत और लोगों को हो रही तकलीफ को देखते हुए बिहार सरकार ने मंत्रिमंडल की बैठक के जरिए एक अक्टूबर से बालू घाटों की बिक्री प्रक्रिया शुरू करने का प्रस्ताव स्वीकृत किया था। फरमान था कि जिनके पास पूर्व से पर्यावरण स्वीकृति प्रमाण-पत्र हैं, वे बिहार के इन जिलों के बालू घाटों की निविदा प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।