भारतीय रेलवे ने एक से बढ़ कर एक योजनाओं को धरातल पर उतार कर लोगों को लाभ दिया जा रहा है पहले रेलवे स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन पर जोर दिया गया है. अब भारतीय रेलवे सौर ऊर्जा से ट्रेनों का परिचालन करने की तैयारी शुरू की है | सौर ऊर्जा से सबसे पहले हावड़ा-नयी दिल्ली रूट पर ट्रेनों का परिचालन किया जायेगा | बताया जाता है कि हावड़ा-नयी दिल्ली रूट पर ग्रैंड कार्ड सेक्शन पर ट्रेनों का परिचालन करने का निर्णय लिया गया है |
पूर्व-मध्य रेलवे ने महत्वपूर्ण फैसला लिया है। हावड़ा-नई दिल्ली रूट पर सौर ऊर्जा वाली ट्रेन चलाने की योजना पर काम कर रही है। इंडियन रेलवे खाली पड़ी जमीनों को उपयोग में लाकर सोलर पैनल लगाएगी। सोलर पैनल से डायरेक्ट बिजली ग्रिड तक जाएगी और ग्रिड से ट्रेनों तक बिजली की सप्लाई होगी। अगर योजना सफल रहती है तो बिजली पर होने वाला करोड़ रुपए खर्च होने से छुटकारा मिलेगा। और यात्रिओ को टिकट में भी छुटकारा मिल सकता है |
200 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन
भारतीय रेलवे अधिकारियों ने बताया कि हर मंडल के आसपास दो सौ मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन किया जायेगा. धनबाद रेल मंडल रेलवे लाइन के किनारे सोलर प्लांट लगाकर प्रतिदिन न्यूनतम 100 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन करेगा. अभी ट्रेनों को चलाने के लिए रेलवे बिजली खरीदती है | करोड़ों भुगतान भी करती हैं |
कौन करेगा ये काम
इस योजना का सारा काम रेलवे एनर्जी मैनेजमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड को सौंपा गया है। रेलवे को सालाना होने वाले करोड़ रुपए बचेंगे। दैनिक जागरण की रिपोर्ट की मानें तो धनबाद रेल मंडल रेलवे लाइन के निकट सोलर प्लांट लगाकर रोजाना 100 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन होगा। गौरतलब हो कि भारतीय रेल हर साल ट्रेनों के चलाने के लिए मोटी रकम खर्च करती है।