बिहार के औरंगाबाद जिले में एक रेलवे स्टेशन है जिसका नाम है ‘फेसर’है . बिहार के इस रेलवे स्टेशन पर आने के बाद सोमवार को ऐसी स्थिति बनी कि एक भी यात्री ने बिहार फेसर रेलवे स्टेशन से टिकट नहीं लिया | वही उसके जस्ट अगला स्टॉपेज बिहार के स्टेशन आने के बाद ट्रेन से उतरकर यात्रियों ने टिकट लिया और फिर दोबोरा ट्रेन पर चढ़े. रेलवे की व्यवस्था से कई लोगों की ट्रेन छूट गई. अब समझिए कि आखिर ऐसा हो क्यों रहा है. क्यों बिहार के फेसर रेलवे स्टेशन पर लोगों ने टिकट नही लिया दरअसल, बिहार में चूहों की लीला भी अपरंपार है. कभी सैकड़ों लीटर शराब पी जाते हैं तो कभी सरकारी गोदामों के अनाज खा जाते हैं. इस बार चूहों ने बिहार औरंगाबाद सदर प्रखंड के फेसर रेलवे काउंटर के टिकट सेंटर पर कृपा दिखाई है |
जानकारी के अनुसार बिहार के फेसर स्टेशन रेलवे स्टेशन पर कंप्यूटर सिस्टम का तार चूहों ने काट दिया। सोमवार को जब यात्री टिकट लेने पहुंचे तो पता चला कि टिकट बुकिंग का कार्य बंद है। बिहार रेल यात्री मंटू कुमार, रजनीश कुमार, पंकज कुमार, पप्पू कुमार सहित अन्य लोगों ने बताया कि सुबह से भी यहां भीड़ लगी हुई है। करीब दो सौ यात्री यहां पहुंचे हुए थे लेकिन टिकट नहीं दी गई। रेलवे स्टेशन प्रबंधक की लापरवाही के कारण यह समस्या हो रही है। कहा कि पहले से सिस्टम को दुरुस्त नहीं रखा जाता है। बिना टिकट के सफर करना मुश्किल है। बिहार के भभुआ- बिहार के राजधानी पटना इंटरसिटी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय गया पैसेंजर, आसनसोल- वाराणसी पैसेंजर, धनबाद-डेहरी पैसेंजर सहित कई महत्वपूर्ण ट्रेनों का ठहराव होता है। इसके कारण यहां से प्रत्येक दिन सैकड़ों यात्री काम करने दूसरी जगह पर जाते हैं।
इसके बारे में बिहार रेलवे स्टेशन प्रबंधक अरुण कुमार ने बताया कि चूहों ने तार काट दिया है जिसके कारण टिकट काटने का कार्य बंद है। इसकी सूचना वरीय स्तर पर दी गई है। अल्पकालिक व्यवस्था भी कर दी गई है। अनुग्रह नारायण रेलवे स्टेशन पर 10 मिनट तक इन ट्रेनों का ठहराव होगा और उस दौरान यात्री वहां से टिकट ले लेंगे। उन्हें वहीं पर टिकट उपलब्ध कराया जाएगा ताकि आगे की यात्रा के लिए परेशानी ना हो।