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बाधाएँ कितनी भी बड़ी हों या जैसी भी हों अगर उसके समाधान पर चिंतन कर कुछ प्रयास किए जाएँ तो बाधाओं को निश्चित पार किया जा सकता है|

कुछ ऐसा हीं कर दिखाया है महज 19 साल की कोमल ने ! उनके पिता ने उनकी पढाई छुड़वा दी लेकिन कोमल का भला यहाँ कहाँ रूकना था इसलिए वह बिना हार माने पढाई जारी जारी रखने के लिए दिल्ली में कैब चला रही हैं|

पढाई के प्रति इतनी संजीदगी उन्हें बेहद खास बनाता है आईए जानते हैं उनकी पूरी कहानी…

कोमल पढाई के प्रति बेहद संजीदा हैं ! मैट्रिक के बाद वह आगे की पढाई को जारी रखना चाहती हैं लेकिन उनके पिता चाहते हैं कि वह आगे नहीं पढे और इसलिए उन्होंने कोमल की पढाई छुड़वा दी|

लेकिन वह आगे शिक्षा ग्रहण कर बहुत कुछ करना चाहती हैं ! इसलिए अपने पिता द्वारा पढाई छुड़वा देने के कारण बिना व्यथित होते हुए आगे की पढाई जारी रखने का निर्णय लिया और खुद और खुद के खर्चे के लिए कैब चलाना शुरू कर दिया|

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फेसबुक के माध्यम से आई प्रकाश में

दरअसल कोमल की कहानी कहीं नेपथ्य में थी लेकिन उनको दुनिया की नजरों में लाने का काम किया है एक फेसबुक चलाने वाली ओलिविया डेका ने |

ओलिविया ने 13 नबंवर को एक फेसबुक पोस्ट करते हुए लिखती हैं “मैंने साकेत से गुड़गांव के लिए कैब ली और यह बहुत शानदार रही क्योंकि मेरी कैब ड्राइवर एक छोटी सी लड़की थी जिसके सपने बहुत बड़े हैं” |

कोमल के साथ अपनी यात्रा को बेहद खूबसूरत बताया ! उन्होंने कोमल से ढेर सारी बातें की जिसका कुछ अंश उन्होंने अपने फेसबुक पोस्ट में डाला हैं |

ओलिविया के अनुसार कोमल ने कहा कि “अभी तो मुझे कॉलेज भी जाना है, लाइफ में बहुत कुछ करना है, पापा कतई नहीं चाहते कि मैं अब कुछ भी पढाई करूं या फिर कैब चलाऊँ लेकिन मैं किसी की नहीं सुनती , खुद के दम पर कुछ करना चाहती हूँ और कर भी रही हूँ ! लोग क्या कह रहे हैं मैं उसे नजरअंदाज कर देती हैं” !

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.