बहुत लोग ट्रेन में सफ़र करते है | अगर आप भी ट्रेन में कही सफ़र करने वाले है तो ये खबर आपके लिए बेहद जरूरी अक्सर लोग ट्रेन का टिकट लेते समय अपने सीट का चयन करते है जिसमे बहुत सारे लोग upper सीट पर बैठना पसंद करते है तो कुछ लोग मिडिल पे वहीँ कुछ लोग सबसे निचे बैठना पसंद करते है | हा अगर आप भी इन सभी में से है तो क्या आपको पता है जो इसके लिए क्या नियम है | आईये जानते है पुरे विस्तार से….
जानिये नियम
रेलवे अपने यत्रियो के लिए नियम बनाया है नियम यह है की अगर कोई व्यक्ति मिडिल बर्थ में सफ़र करते है तो उनके लिए अलग नियम है और ऊपर वाले निचे वाले के लिए उतना ज्यदा महत्वपूर्ण नियम नहीं है | बता दे की ऊपर बाले लोग कभी भी अपनी सीट पर आ जा सकते है सीधे कहा जाए तो ऊपर के बर्थ वाले आदमी अपनी सीट पर हमेशा सफ़र के दौरान आराम कर सकते है | जबकि मिडिल वाले के लिए ऐसा बिलकुल भी नहीं है | मिडिल वाले लोग अपनी सीट को आराम करने के रूप में सर रात्रि 10 बजे के बाद ही इस्तेमाल कर सकते है सुबह के ६ बजे तक जबकि ऊपर वाले लोग के लिया ऐसा कोई नियम नहीं है |
रेलवे के नियम के अनुसार मिडिल बर्थ वाले लोग सुबह ६ बजे के बाद अपनी सीट को मोडकर वो निचे वाली सीट पर यदि बैठते है तो उसे मन नहीं किया जा सकता है मन इसीलिए नहीं किया जा सकता है की अगर वो अपनी सीट नही मोड़ेगा और वही सीट पर बैठा रहेगा | तो मिचे वालो को भी तकलीफ हो सकती है इसीलिए रेलवे ने अपनी नियम बनाई है |