खाद्य तेलों (edible oils) की कीमतों में गिरावट आनी शुरू हो गई है। यह राहत देने वाली खबर है। विदेशी बाजारों में आई तेजी के बाद भी स्थानीय मांग कमजोर रहने से दिल्ली के बाजार में सरसों तेल (Mustard Oil Prices) व तिलहन को छोड़कर सोयाबीन, मूंगफली, बिनौला, कच्चा पॉम तेल और पामोलीन ऑयल की कीमतों में गिरावट रही।
जानकारी के लिए बता दे की मलेशिया एक्सचेंज में आधा फीसदी और शिकागो एक्सचेंज में फिलहाल लगभग आधा फीसदी की तेजी के बावजूद स्थानीय मांग कमजोर रहने से इन तेल तिलहन कीमतों (Edible Oil Prices) में गिरावट का रुख रहा. जिसके कारण त्योहारी मांग बढ़ने और मंडियों में आपूर्ति की कमी के बीच सलोनी, आगरा और कोटा में सरसों दाना के भाव 9,200 रुपये से बढ़ाकर 9,300 रुपये क्विंटल कर दिए गए. इस बढ़ोतरी से सरसों तेल तिलहन कीमतों में मजबूती रही।
इस समय कम क्यों रहती है सरसों के तेल की मांग
आपको बता दे की सरसों की अगली फसल 15 फरवरी 2022 के आसपास मंडियों में आने की उम्मीद है. इस वक्त सरसों पेराई से निकला तेल हरा होता है और इसकी मांग कम रहती है।