अगर आप भी मोबाइल फ़ोन का उपयोग करते है तो यह खबर आपके लिए है. अक्सर यह देखने को मिलता है की किसी मोबाइल में आग लग गई है. लेकिन आपको बता दे की स्मार्टफोन में आग लगने की संभावना बहुत कम होती है, लेकिन यह संभावना इस बात पर भी निर्भर करती है कि हम अपने स्मार्टफोन का कैसे इस्तेमाल करते हैं।
क्यूकी अधिकतर स्मार्टफोन में 4,500mAh या उससे ज़्यादा पॉवर की बैटरी होती है. साथ ही साथ फास्ट चार्जिंग फीचर्स भी मौजूद होते हैं, इसलिए अपने फोन को ठीक से इस्तेमाल करना बहुत ज़रूरी है. ज्यादातर मामलों में, स्मार्टफोन ब्रांड ने इसे यूज़र्स की गलती होने का दावा किया है. फोन में आग लगने के पीछे 5 गलतियां बताई जा रही हैं जिनसे आपको बचना चाहिए…
1- स्मार्टफोन को लोकल रिपेयर से ठीक कराना
अपने स्मार्टफोन को लोकल रिपेयर शॉप से ठीक न कराएं। इससे आपके स्मार्टफोन की बैटरी और अन्य पार्ट्स सुरक्षित रहेंगे। फोन खराब होने पर हमेशा सर्विस सेंटर जाएं।
2- नकली या डुप्लीकेट चार्जर का इस्तेमाल करना
फास्ट चार्जिंग एडेप्टर का इस्तेमाल करते समय बहुत सावधान रहें. हमेशा उसी चार्जर का इस्तेमाल करें जो आपके स्मार्टफ़ोन के साथ आया है. ज़्यादा पावर रेटिंग वाले चार्जर का इस्तेमाल करने से आपके फोन की बैटरी पर दबाव पड़ सकता है. साथ ही डुप्लीकेट चार्जर का इस्तेमाल न करें.
3- थर्ड पार्टी या नकली बैटरी का इस्तेमाल करना
कभी भी थर्ड पार्टी या नकली बैटरी का इस्तेमाल न करें. ऐसी बैटरियों का इस्तेमाल करने से सुरक्षा संबंधी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं. खराब लिथियम-आयन बैटरी आपके फोन को ज़्यादा गरम कर सकती है, आग पकड़ सकती है और फट सकती है.
4- स्मार्टफोन ओवर हीट होने पर इस्तेमाल करना
यदि आपका स्मार्टफोन असामान्य रूप से गर्म हो रहा है तो उसका इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें। साथ ही चार्जिंग पोर्ट अनप्लग कर दें और दूरी बनाए रखें।
5- अपने मोबाइल को चार्ज करने के लिए कार चार्जिंग एडेप्टर का इस्तेमाल करना ड्राइविंग करते समय कार चार्जिंग एडेप्टर की जगह पावर बैंक का इस्तेमाल करें. ऐसा इसलिए है, क्योंकि भारत में, कार मालिक थर्ड पार्टी वेंडर से एक्सेसरीज़ इंस्टॉल करवाते हैं, जिसमें वायरिंग की क्वालिटी के साथ अकसर समझौता किया जाता है. कार चार्जिंग एडेप्टर से चार्ज करते समय पॉवर अचानक से बढ़ सकती है, जिससे आपके फोन में आग लग सकती है.