दोस्तों अक्सर हम लोग यह सुनते आ रहे है की विदेशो में लगभग हर एक चीज के लिए होम डिलीवरी की सुविधा मिलती है. लेकिन यह सुविधा अब भारत में भी आ गया है जी हां सही सुना आपने तेलंगाना देश का पहला राज्य बन गया है, जिसने दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य केंद्रों तक ड्रोन से वैक्सीन पहुंचाने के लिए ट्रायल रन शुरू किया है. राज्य सरकार की ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ परियोजना के तहत ड्रोन का दो दिवसीय टेस्ट गुरुवार को विकाराबाद शहर में शुरू हुआ था.
जानकारी के लिए बता दे की विकाराबाद जिला कलेक्टर के. निखिला ने परेड ग्राउंड में ट्रायल रन का औपचारिक उद्घाटन किया था. बताते चले की 500 मीटर दूर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए विकाराबाद जिला अस्पताल से 2-3 किलोग्राम वजन के बक्से 400 फीट की ऊंचाई तक उड़ान भरते थे. उन्होंने कहा, “भारत में यह पहली बार है कि ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल करके दूर-दराज के इलाकों में वैक्सीन या दवाएं पहुंचाने के लिए ट्रायल रन किया जा रहा है.”तीन चरण के परीक्षण में एक दिन में छह उड़ानें होंगी, जिसमें प्रत्येक ड्रोन तापमान नियंत्रित बक्से में 175 टीके ले जाएगा.
आपको बता दे की इस परियोजना को औपचारिक रूप से 11 सितंबर को नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और तेलंगाना के उद्योग और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री के.टी. रामा राव द्वारा लॉन्च किया जाएगा. बता दे की ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ विश्व आर्थिक मंच, नीति आयोग और हेल्थनेट ग्लोबल (अपोलो हॉस्पिटल्स) के साथ साझेदारी में आईटीई एंड सी विभाग के इमरजिंग टेक्नोलॉजीज विंग की अगुवाई वाली तेलंगाना सरकार की एक पहल है. जानकारी के लिए बता दे की इस परियोजना में विकाराबाद जिले के पहचाने गए हवाई क्षेत्र का उपयोग करके टीकों की डिलीवरी के लिए प्रायोगिक बियॉन्ड विजुअल लाइन ऑफ साइट (बीवीएलओएस) ड्रोन उड़ानें शामिल हैं.
आपको बता दे की परियोजना को नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अंतिम नियामक मंजूरी मिल गई है. आठ चयनित संघों में से तीन, अर्थात् ब्लूडार्ट मेड एक्सप्रेस कंसोर्टियम (स्काई एयर), हेपिकोप्टर कंसोर्टियम (मारुत ड्रोन) और क्यूरिसफ्लाई कंसोर्टियम (टेकईगल इनोवेशन) पहले ही विकाराबाद पहुंच चुके हैं और वीएलओएस और बीवीएलओएस उड़ानों के माध्यम से अपने ड्रोन का टेस्ट शुरू कर दिया है.