अगर आप कम पूंजी (Low investment) में अच्छी इनकम वाला बिजनेस स्टार्ट करना चाहते हैं तो आज हम आपको एक शानदार ऑप्शन के बारे में बताएंगे, जिससे आप 5000 रुपये की छोटी रकम से भी कारोबार शुरू कर सकते हैं. इतना ही नहीं सरकार (modi Gov scheme) भी इस कारोबार को करने वालों की मदद करेगी. दरअसल, भारत में एक बड़ी आबादी चाय की शौकीन है. रेलवे स्टेशनों, बस डिपो और हवाईअड्डों पर कुल्हड़ की चाय की लगातार मांग रहती है. ऐसे में आप कुल्हड़ बनाने (Kulhad making business) और बेचने का बिजनेस शुरू कर सकते है.
कुल्हड़ के इस्तेमाल को बढ़ावा देना चाहती है सरकार
केंद्र सरकार की अपनी एक योजना पर अमल करती है तो आने वाले समय में कुल्हड़ की मांग और भी तेजी से बढ़ेगी. हाल ही में सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कुल्हड़ को बढ़ावा देने के लिए प्लास्टिक या कागज के कप में चाय बेचने पर रोक लगाने की मांग की है. ऐसे में आने वाले समय में कुल्हड़ की मांग में इजाफे का फायदा उठा सकते हैं.
इलेक्ट्रिक चाक मुहैया कराती है सरकर
आपको बता दें कि मोदी सरकार ने कुल्हड़ बिजनेस को बढ़ावा देने के लिए कुम्हार सशक्तीकरण योजना को लागू किया है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार देशभर के कुम्हारों को बिजली से चलने वाली चाक देती है तो वो इससे कुल्हड़ समेत मिट्टी के बर्तन बना सकें. बाद में सरकार कुम्हारों से इन कुल्हड़ को अच्छी कीमत पर खरीद लेती है.
5 हजार लगाकर शुरू कर सकते हैं ये बिजनेस
मौजूदा दौर को देखते हुए यह बिजनेस बेहद कम कीमत में शुरू किया जा सकता है. इसके लिए आपको थोड़ी सी जगह के साथ-साथ 5,000 रुपये की जरूरत होगी. खादी ग्रामोद्योग आयोग के चेयरमैन विनय कुमार सक्सेना ने जानकारी दी है कि इस साल सरकार ने 25 हजार इलेक्ट्रिक चाक वितरित किया है.
कैसे और कितनी होगी कुल्हड़ से कमाई?
चाय का कुल्हड़ बेहद किफायती होने के साथ-साथ पर्यावरण के लिहाज से भी सुरक्षित होता है. मौजूदा दर की बात करें तो चाय के कुल्हड़ का भाव करीब 50 रुपये सैकड़ा है. इसी प्रकार लस्सी के कुल्हड़ की कीमत 150 रुपये सैकड़ा, दूध के कुल्हड़ की कीमत 150 रुपये सैकड़ा और प्याली 100 रुपये सैकड़ा चल रही है. मांग बढ़ने पर इससे अच्छे रेट की भी संभावना है.