चट्टान जैसे हौसले बुलंद हों तो राह में कितनी भी चुनौतियां आईं, इंसान उनसे पार पा ही लेता है। ताजनगरी की हिमानी बुंदेला की सफलता से यह बात साबित हो जाती है। आंखों की रोशनी खोने वाली हिमानी ने कभी हिम्मत नहीं हारी। वो डाक्टर तो नहीं बन सकीं, लेकिन शिक्षक बनकर छात्रों की राह को रोशन कर रही हैं। कौन बनेगा करोड़पति में उनके एक करोड़ रुपये जीतने और सात करोड़ रुपये के सवाल के जवाब को लाक करने के बाद तो पूरा देश उनका मुरीद हो उठा है। इस एपिसोड का प्रसारण 30 व 31 अगस्त की रात नौ बजे होगा।
कौन बनेगा करोड़पति के 13वें सीजन की शुरुआत हो चुकी है। सोनी टीवी ने इसका एक प्रोमो शेयर किया है, जिसमें शो के 13वें सीजन का पहला करोड़पति मिलने की बात कही गई है। यह करोड़पति कोई और नहीं, ताजनगरी की हिमानी बुंदेला हैं। हिमानी, केंद्रीय विद्यालय नंबर एक में गणित की शिक्षक हैं। वो बचपन में डाक्टर बनना चाहती थीं, लेकिन 15 वर्ष की उप्र में उनकी आंखों की रोशनी छीन ली। उन्हें अपना सपना टूटता दिखा, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने ह्यूमिनिटी से स्नातक किया और बीएड करने के बाद मेहनत के दम पर केंद्रीय विद्यालय में नियुक्ति पाई। प्रोमो में एक करोड़ रुपये जीतने पर अमिताभ बच्चन उन्हें बधाई देते हुए नजर आ रहे हैं। उनके आत्मविश्वास को देखकर अमिताभ बच्चन समेत सभी हैरान रह गए थे। हिमानी अब सात करोड़ रुपये के सवाल के लिए गेम को आगे बढ़ाएंगी।
जीतने वाला कोई अलग काम नहीं करता
सोनी टीवी के फेसबुक लाइव शो में हिमानी कह रही हैं कि वो जीवन में एक ही बात सोचती और जीवन में अपनाती हैं कि जीतने वाला कोई अलग काम नहीं करता, वो हर काम अपने तरीके से करता है। शो में अमिताभ बच्चन के सामने हाट सीट पर बैठने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनके जीवन का यह अब तक का सबसे यादगार पल है। केबीसी के सेट पर पहुंचने के बाद उन्हें लगा कि कहीं सपना तो नहीं देख रही हूं। वहां जाकर मुझे और मेरे माता-पिता को जो सम्मान मिला, वो करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी नहीं मिलता। फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट में वो काफी नर्वस थीं। उनकाे पता था कि उनके साथ जो नौ प्रतिभागी थे, उनके पास उनसे ज्यादा लर्निंस सोर्स थे। वो कंप्यूटर स्क्रीन पर देखकर जवाब दे सकते थे, मगर उनके मन में केवल एक ही बात चल रही थी कि उनके पास खोने को कुछ नहीं है। यहां से या तो जीतकर जाऊंगी या फिर कुछ सीखकर। इसी सोच ने उनकी मदद की।
बचपन का सपना हुआ पूरा
हिमानी को बचपन से ही टीवी पर आने का शौक था। वह स्वजनों व दोस्तों के साथ घर पर ही केबीसी खेलती थीं और अमिताभ बच्चन की भूमिका निभाती थीं। नौ वर्ष से वह केबीसी में शामिल होने का सपना देखती थीं। परिवार में पिता विजय सिंह बुंदेला, मां सरोज बुंदेला, बहन चेतना सिंह बुंदेला, भावना बुंदेला, पूजा बुंदेला और भाई रोहित सिंह बुंदेला हैं।