पिछले दो सालों से पंचायत चुनाव में भाग्य आजमाने की उम्मीद लगाये बैठे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है। मंगलवार को पंचायत चुनाव की अधिसूचना जारी हो गयी है। लेकिन नगर परिषद में शामिल होने के कारण डुमरांव प्रखंड के दो पंचायतों सहित 49 वार्डों का अस्तित्व समाप्त हो गया है। पंचायत से अलग होने का यहां के लोगों को काफी दुख है। इसके लिए पुराना भोजपुर के लोगों ने विरोध भी जताया था।
डुमरांव में पंचायतों की संख्या हो गयी चौदह
डुमरांव प्रखंड में कुल पंचायतों की संख्या सोलह थी। पिछले पंचायत चुनाव में डुमरांव प्रखंड में कुल 532 पदों के लिए चुनाव हुआ था। जिसमे सोलह मुखिया,सोलह सरपंच, चौबीस बीडीसी, 238 पंच और 238 वार्ड सदस्यों के पदों के लिए चुनाव हुआ था। लेकिन इसबार नया भोजपुर और पुराना भोजपुर पंचायत को नगर परिषद में शामिल कर लिया गया है। इसके अलावा कुशलपुर, छतनवार और नंदन के पांच वार्डों को नगर परिषद में शामिल कर लिया गया है।
नगर परिषद में शामिल हुआ महरौरा
कुशलपुर पंचायत का दलित बहुल महरौरा गांव काफी समय से नगर परिषद और पंचायत का हिस्सा नहीं था।वर्ष 2015 के आसपास इसे कुशलपुर पंचायत से जोडा गया। लंबे समय तक उपेक्षित रहे महरौरा के गरीबों को सरकारी योजनाओं का आपेक्षित लाभ नहीं मिल पाया था। महरौरा के 15,16,17,बनकट के ग्यारह नंबर और छतनवार के हथेलीपुर वार्ड एक को नगर परिषद में शामिल कर लिया गया है। महरौरा, बनकट,नंदन के बीएमपी और हथेलीपुर शहर के करीब है। नया भोजपुर और पुराना भोजपुर के 44 वार्ड नगर परिषद का हिस्सा बन गये है। उपरोक्त पंचायतों और वार्डों की व्यवस्था अब नगर परिषद के हाथों में आ गयी है।