भारत और श्रीलंका के बीच खेले गए पहले वनडे मैच में ईशान किशन (Ishan Kishan) को डेब्यू करने का मौका मिला. अपने डेब्यू मैच में उन्होंने सिर्फ 42 गेंदों में 8 चौके और 2 छक्कों की मदद से 59 रन की पारी खेली. इससे पहले वो टी20 में डेब्यू के दौरान भी उन्होंने शानदार अर्धशतक बनाया था. ईशान भले ही आज सफलता के शिखर पर हो लेकिन उन्होंने इसके लिए मेहनत जी तोड़ मेहनत की है.
शुरूआती दिनों में किया है संघर्ष
उनके पीता प्रणव कुमार पांडेय ने बताया कि उत्तम मजूमदार ने ईशान किशन (Ishan Kishan) में कुछ ख़ास देखा था, जिसके बाद उन्होंने उसे क्रिकेट खेलने को कहा था. इसके बाद जब ईशान 12 साल का हुआ तो उसे आगे खेलने के लिए रांची शिफ्ट होना पड़ा था. यहां ईशान को रांची में जिला क्रिकेट टूर्नामेंट में सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड) की टीम में शामिल कर लिया गया था. सेल ने उसने रहने के लिए एक क्वार्टर दिया था. जिसमे उस के साथ चार अन्य सीनियर्स क्रिकेटर्स भी रहते थे.
उन्होंने आगे बताया कि इस दौरान ईशान को खाना बनाना नहीं आता था. इसी वजह से वो बर्तन धुलने और पानी भरने का काम करता था. इस दौरान जब वो एक बार रांची गए तो उसके पड़ोसी ने बताया कि ईशान कई बार भूखे पेट ही सोया है क्योंकि सीनियर खिलाड़ी कभी-कभी रात में मैच खेलने के लिए चले जाते थे.
आते ही बना दिया रिकॉर्ड
ईशान किशन (Ishan Kishan) ने डेब्यू वनडे मैच में भी शानदार अर्धशतक लगाया है. इसी के साथ वो वनडे और टी20 के डेब्यू मैच में फिफ्टी बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. इसके अलावा वो ये कारनामा करने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं. उनसे पहले ये कारनामा साउथ अफ्रीका के रासी वान डर डुसेन ने किया था.