आईएएस बनने के लिए हमें UPSC की परीक्षा को पास कारन होता है। जो अपने आप में एक अग्निपरीक्षा से कम नहीं होता है। हलाकि देखा जय तो UPSC के परीक्षा के लिए हर बार लाखो रजिस्ट्रेशन करते है। मगर उसमे से कुछ चुनिंदा उम्मीदवार ही आईएएस या आईपीएस बन पाते है। आईएएस की परीक्षा को तीन भागो में विभाजित किया गया है। पहला और दूसरा लिखित परीक्षा और अंतिम भाग इंटरव्यू का होता है.
सवाल – एक नवजात के शरीर में खून की कितनी मात्रा होती है?
जवाब – 270 ML
सवाल – दुनिया में सबसे पहले लिपस्टिक का अविष्कार किसने किया?
जवाब -अरब वैज्ञानिक अबुलकोसिस ने सबसे पहले 9वीं ईसवी में ठोस लिपस्टिक का अविष्कार किया था।
सवाल : एक मेज पर, प्लेट में दो सेब हैं, उसे खाने वाले 3 आदमी है, तो कैसे खाएंगे
जवाब: एक मेज पर, प्लेट में दो सेब हैं, मतलब तीन सेब हैं। तीनों आदमी एक-एक खा लेंगे।
सवाल : रोहन मई में पैदा हुआ, मगर उसका जन्म दिन जून में है, कैसे संभव है?
जवाब: मई एक जगह का नाम है, जन्म जून में हुआ।
सवाल: वह क्या है जो जिसका है वही देख सकता है और सिर्फ एक ही बार देख सकता है?
जवाब: सपना
सवाल – मनुष्य़ के शरीर का कौन सा अंग है जो हर दो महीने में बदलता रहता है?
जवाब – आइब्रो यानि भौंहे।
सवाल- किस जंतु की आकृति पैर की चप्पल के समान होती है?
जवाब – पैरामीशियम
सवाल – मांसपेशियों में किस अम्ल के एकत्रित होने से थकावट आती है ?
जवाब – लैक्टिक अम्ल
सवाल – वह क्या है जो गरीब फेक देते है अमीर लोग अपने जेब में रख लेते है?
जवाब – बहती नाक
8.सवाल – रेल की पटरी पर जंग क्यों नहीं लगती है?
जवाब – लगातार घर्षण होने के कारण।
सवाल : सुई के ऊपर सुई है और जितने बजने वाले है उसमे उतने ही मिनट बाकि है, बताओ घड़ी में कितना बजा है?
जवाब : घड़ी में 9 बजके 50 मिनट टाइम हुआ है, जिससे 10 बजने में 10 मिनट बाकी है।
सवाल : अगर पृथ्वी उल्टा घूमना शुरू कर दे तो क्या होगा?
जवाब : पृथ्वी अगर उल्टी घूमने लगेगी तो हवाएँ भी अपना रुख बदल देंगीं। धरती का पश्चिमी भाग ठंडा और पूर्वी भाग गर्म हो जाएगा। सबसे बड़ा बदलाव जलवायु का होगा। आज दुनिया में कुल मिलाकर ४२० लाख किमी^ 2 वाला भाग रेगिस्तान है। अगर पृथ्वी उलटी घूमने लगे तो यह घट कर 310 लाख किमी^ 2 हो जायेगा। हर जगह हरियाली ही दिखाई देगी। सहारा रेगिस्तान पूरा खत्म हो जाएगा। ब्राज़ील और अर्जेंटीना दोनों दुनिया के सबसे बड़े रेगिस्तान बन जायेंगे। बदलते हुए जलवायु के कारण अलग अलग के जीव जंतु समुद्र में अलग जगह पर पाए जाएंगे । और शायद जीवन का विकास एक और रूप ले ले।