वर्तमान में पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार के सीमावर्ती इलाके में चक्रवात बनने से राज्य में मानसून ने फिर सक्रियता बढ़ा दी है। चार दिनों से मध्य बिहार का वातावरण शुष्क बना हुआ था, लेकिन गुरुवार को राज्य के अधिकांश जिलों में बारिश रिकार्ड की गई। उत्तर बिहार के कई जिलों में भारी तो मध्य हिस्से के जिलों में हल्की बारिश रिकार्ड की गई।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि राज्य में अगले दो-तीन दिनों तक बारिश होने के आसार बने हुए हैं। पटना (Patna Weather) शहर में गुरुवार को बारिश तो नहीं हुई, लेकिन ठंडी हवाओं से मौसम का मिजाज कुछ नर्म जरूर रहा। पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, सिवान, सारण, वैशाली और पटना जिले में शुक्रवार को भी बारिश का अनुमान मौसम विभाग ने जारी किया है। अन्य जिलों के लिए भी येलो अलर्ट जारी किया गया है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में चक्रवात बनने से बढ़ी मानसून की सक्रियता
पटना मौसम विज्ञान केंद्र के संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में एक ट्रफ लाइन पंजाब से लेकर बिहार होते हुए बंगाल की खाड़ी तक गुजर रही है। इससे बंगाल की खाड़ी से भारी मात्रा में नमी मैदानी भाग की ओर आ रही है। उसके कारण पूर्वी उत्तर प्रदेश में एक चक्रवात बन गया है। चक्रवात के कारण अगले एक दो दिनों में प्रदेश में बारिश होने के आसार काफी बढ़ गए हैं। पिछले चौबीस घंटे में प्रदेश के उत्तरी भाग के रामनगर में 133 मिलीमीटर, झंझारपुर में 116 मिलीमीटर एवं रूपौली में 69 बारिश रिकार्ड की गई। उत्तरी के अलावा दक्षिण बिहार के कुछ जिलों में भी गुरुवार को बारिश हुई।