भविष्य निधि यानी प्रोविडेंट फंड (Provident Fund) नौकरीपेशा लोगों के लिए काफी अहम है। यह बचत का तो बेहतरीन तरीका है ही, कमाई की दृष्टि से भी बेहतर है। पीएफ खातों (PF account) पर ब्याज दर (PF Interest Rate) सामान्य बैंक खातों से अधिक ही रहती है। केंद्र और राज्य सरकार हरेक तिमाही भविष्य निधि पर देय ब्याज दर की घोषणा करती है। इस बार बिहार के राज्यकर्मियों के भविष्य निधि खाते में जमा राशि पर 7.1 फीसद की दर से ब्याज मिलेगा। केंद्र सरकार के अंतर्गत कर्मचारी भविष्य निधि संगठन ने पिछली बार करीब 8.5 फीसद ब्याज दर का एलान किया था।
पिछली तिमाही में भी इसी दर से मिला था ब्याज
बिहार सरकार के वित्त विभाग ने मंगलवार को इस संबंध में आदेश जारी किया है। यह एक अप्रैल से 30 जून, 2021 तक की अवधि के लिए है। पिछली तिमाही में भी भविष्य निधि के लिए इसी ब्याज दर का निर्धारण किया गया था। पटना हाई कोर्ट एवं विधान मंडल के दोनों सदनों के कर्मियों के भविष्य निधि पर देय ब्याज का निर्णय क्रमश: मुख्य न्यायाधीश, विधानसभा अध्यक्ष एवं विधान परिषद के सभापति के स्तर पर होता है। इन संस्थाओं के लिए अलग से आदेश जारी होगा।
निजी और सरकारी दोनों कर्मियों को मिलता है पीएफ का लाभ
सरकार तो अपने कर्मचारियों को पीएफ खाते का लाभ देती ही है, गैर सरकारी संगठनों के कर्मचारियों का भी पीएफ खाता होता है। बड़े संगठनों के कर्मचारियों को पीएफ देना जरूरी है। ऐसे खातों को कर्मचारी भविष्य निधि संगठन मैनेज करता है। एक निश्चित सीमा तक पीएफ खातों से मिलने वाली ब्याज कर से मुक्त होती है।