राज्य के मौसम का मिजाज बदलने वाला है। 30 जून से तीन जुलाई तक खासकर उत्तर बिहार के हिमालय की तराई वाले इलाकों और जिलों में भारी बारिश होने की आशंका है। मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार मानसून की ट्रफलाइन पूर्वी उत्तरप्रदेश से बिहार और उप हिमालयी पश्चिम बंगाल होते होते हुए पूर्वोत्तर असम तक फैला हुआ है।
बिहार के उत्तरी इलाकों में नमी की मात्रा में बढ़े होने के कागरण इन जगहों पर वज्रपात होने की संभावना बताई जा रही है।
बारिश के साथ वज्रपात के भी आसार
वहीं राज्य के दक्षिण और मध्य बिहार से सटे इलाकों में आकाश में बादल छाए हैं। सतह से तीन किमी उपर तक पश्चिमी हवा का प्रभाव बना है। गंगा के मैदानी क्षेत्रों और मध्य भागों में शुष्क पछुआ हवा और आर्द्र पूर्वी हवा का प्रभाव भी बढ़ा है। इस प्रकार के मौसम को देखते हुए राज्य के उत्तर पश्चिम, उत्तर मध्य, उत्तर पूर्व बिहार, दक्षिण पश्चिम बिहार, दक्षिण मध्य बिहार जिलों को लेकर एलो अलर्ट जारी किया गया है। इन जगहों के एक या दो स्थानों पर गरज के साथ आकाशीय बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है।