जिला आपातकालीन संचालन केंद्र पूर्वी चंपारण ने जिले को अगले तीन दिनों तक अलर्ट पर रखा है। यहां अगले तीन दिनों तक भारी बारिश होने और वज्रपात की संभावना जताई गई है। जिले में बारिश होने से लगातार नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है। इसको लेकर सुबह 8 बजे जिले की सभी नदियों के जलस्तर की माप की गई है।
कहां-कितना जलस्तर में वृद्धि
- वाल्मीकिनगर बैराज (गंडक) का जलस्तर 106.83 mtr मापा गया, जबकि खतरे का निशान 109.667mtr और उच्चतम बाढ़ स्तर 112.40mtr है।
- लालबकैया (गोआबरी) का जलस्तर 69.10mtr मापा गया, जबकि खतरे का निशान 71.12 mtr है और उच्चतम बाढ़ स्तर 73.80 mtr है।
- गंडक चटिया का जलस्तर 68.15 mtr मापा गया, जबकि खतरे का निशान 69.167 mtr है और उच्चतम बाढ़ स्तर 70.04 mtr है।
- लालबेगिया सिकरहना का जलस्तर 62.42 mtr मापा गया, जबकि खतरे का निशान 63.195 mtr है और उच्चतम बाढ़ स्तर 67.02 mtr है।
- डुमरिया घाट (गंडक) का जलस्तर 63.16 mtr मापा गया, जबकि खतरे का निशान 62.02 mtr है और उच्चतम बाढ़ स्तर 64.10 mtr है।
- अहिरौलिया (बूढ़ी गंडक) का जलस्तर 56.02 mtr मापा गया, जबकि खतरे का निशान 59.62 mtr है और उच्चतम बाढ़ स्तर 61.67 mtr है।