शंभूगंज क्षेत्र में पिछले दस दिनों से रुक-रुककर हो रही मानसूनी बारिश के थमने के साथ ही धान बिचड़ा लगाने लगे हैं। सोमवार को बारिश में नरमी होते ही किसान धान बीज की खरीदारी में जुट गए। इसको लेकर शंभूगंज, मिर्जापुर, कसबा सहित अन्य बाजार मेंं किसानों की भीड़ रही। कई किसानों ने बताया कि अनुदानित बीज लेने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया को अपनाया था।
जब एक पखवारा बीत जाने के बाद बीज लेने पहुंचे तो मोबाइल पर ओटीपी नहीं आने का पेंच फंस गया। ऐसे में किसानाें काे निजी दुकानदारों से ऊंची दर पर धान बीज खरीदना पड़ रहा है। किसान विभाष कुमार, चंदन कुमार, पंकज चौधरी सहित अन्य ने बताया कि क्षेत्र का मुख्य खेती धान है। यदि यह खेती भी समय पर नहीं होगा तो पैदावार पर असर पड़ेगा।
बाजार में नकली धान बीज का भी खूब खेल हो रहा है। खासकर कतरनी, बासमती सहित अन्य धान के बीज में दुकानदार किसानों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। किसान विभूति प्रसाद सिंह, प्रभुनाथ सिंह सहित अन्य ने बताया कि बाजार के एक दुकान से बासमती का बीज लिया, लेकिन पैकेट के अंदर खोखला बीज अधिक रहने के कारण वापस करना पड़ा।
यह शिकायत अन्य किसानों ने भी की है। इस संबंध में बीएओ अनिल कुमार ने कहा कि इस तरह की शिकायत किसी भी किसानों द्वारा नहीं मिली है। यदि किसान लिखित शिकायत करे तो नकली बीज बेचने वाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
साभार – dainik bhaskar