राज्य के बौद्ध सर्किट के पूर्व निर्धारित सड़क की जगह नये एलाइनमेंट की डीपीआर बनाने की मंजूरी मिल गयी है। बौद्ध सर्किट की पूर्व निर्धारित मुख्य सड़क मानिकपुर-साहेबगंज-अरेराज के निर्माण की मंजूरी अस्वीकृत कर, केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने शुक्रवार को नए एलाइनमेंट की मंजूरी दे दी है। नये एलाइनमेंट वाली यह सड़क बाकरपुर-मकेर-तरैया-राजापट्टी बैकुंठपुर-रामपुर खजुरिया-अरेराज तक जायेगी।

मंत्रालय ने बताया कि नई एलाइनमेंट अधिक आबादी वाले क्षेत्र से होकर गुजरेगी। जबकि पूर्व निर्धारित एलाइनमेंट का निर्माण वैशाली, देवरिया, साहेबगंज, केसरिया और रामपुर कजुरिया होते हुए पटना से अरेराज तक फोरलेन सड़क के रूप में होना था। अब यह सड़क बाकरपुर से मकेर होते हुए तरैया, राजापट्टी बैकुंठपुर और माधोपुर होते हुए रामपुर खजुरिया तक जाएगी।

आपको बता दें यह सड़क करीब 85 किमी की लंबाई में हाजीपुर, मुजफ्फरपुर और मोतिहारी से होकर गुजरती है। हाजीपुर जिले में  इसकी लंबाई करीब 36 किमी है हुए यह दो लेन की है। इसके अलावा करीब 49 किमी की लंबाई में यह सड़क सिंगल लेन की है। एनएच की मान्यता मिलने के बाद जमीन अधिग्रहण के साथ करीब 2200 करोड़ रुपये से 85 किमी लंबाई में पूरी सड़क को चार लेन का बनाया जाना था।

नए सर्किट में शामिल जगह

बिहार बौद्ध सर्किट में बोधगया, नालंदा, राजगीर, वैशाली, कहलगांव और राजधानी पटना शामिल हैं। वहीं, धर्मयात्रा सर्किट में बोधगया (बिहार) और उत्तर प्रदेश के सारनाथ, कुशीनगर और पिपरहवा शामिल हैं। विस्तृत धर्मयात्रा में बोधगया (बिहार), विक्रमशिला, सारनाथ, कुशीनगर, कपिलवस्तु, संकिसा, पिपरहवा शामिल हैं।

दुविधा की स्थिति

बताया जा रहा है कि बौद्ध सर्किट के मुख्य सड़क की जगह नये एलाइनमेंट को मंजूरी देने के पीछे राजनीतिक कारण मुख्य वजह है। मानिकपुर-साहेबगंज- अरेराज सड़क को फोरलेन बनाने के लिए जमीन अधिग्रहण की  भी प्रक्रिया शुरू हो चुकी थी। एनएच की मंजूरी मिलते ही इसके फोरलेन निर्माण की टेंडर प्रक्रिया शुरू किया जाना था। पर अब इसकी जगह नये एलाइनमेंट को मंजूरी मिलने से जमीन अधिग्रहण के साथ अन्य प्रक्रियाओं के बारे में दुबिधा की स्थिति बनती जा रही है।

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