शिक्षा एक ऐसा धन है जिसे कोई बांट नहीं सकता है। मजबूरियां कुछ पल के लिए सफलता की राह को रोक सकती है लेकिन शिक्षा जैसा धन जिसके पास है वह कभी भी सफलता के पहाड़ पर चढ़कर पताका लहरा सकते हैं।
बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग, बिहार द्वारा आयोजित पुलिस अवर निरीक्षक का परीक्षा परिणाम ने यही संदेश दिया है। जिले के मेदनी चौकी निवासी हार्डवेयर दुकानदार कृष्णनंदन महतो की बहू करुणा कुमारी ने शादी के 13 साल बाद सफलता का परचम लहराया है।
2008 में करुणा की हुई थी शादी
बिल्कुल ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी और पढ़ी करुणा की शादी 2008 में ही हुई। इस बीच दो बच्चे भी हुए। परिवार का बोझ एक गृहिणी के रूप में अपने कंधे पर लेकर चली लेकिन लक्ष्य को हमेशा साधे रही। पति मिथिलेश कुमार पहले से उत्पाद दारोगा के पद पर हैं।
पति की प्रेरणा काम आई और खुद भी घर की दुल्हनियां से पुलिस अफसर बन गई। उनकी इस सफलता पर उनके पिता उमेश प्रसाद महतो भी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। मायके कोनीपार में भी खुशियां है।