कोसी पर देश के सबसे लंबे महासेतु का काम शुरू, 3 साल में बन जाएगा, भारत माला प्रोजेक्ट के तहत मधुबनी जिला के उच्चैठ भगवती स्थान (उमगांव) से परसरमा होते हुए तारास्थान महिषी (सहरसा) तक दो धार्मिक स्थलों को जोड़ेगा एनएच 527 ए। इसके साथ ही एनएच 527A को जोड़ने के लिए कोसी नदी पर देश के सबसे लंबे पुल का भी रास्ता साफ हो गया।
बिहार में बनने वाले देश के सबसे लंबे महासेतु के निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। कोसी नदी पर सुपौल जिले के बकौर और मधुबनी जिले के भेजा के बीच बनने वाले 10.2 किमी लंबे महासेतु के लिए मिट्टी की जांच का काम शुरू हो गया है।
एनएचएआई और निर्माण एजेंसी जीईसीपीएल-टीएलएल (गैमन इंजीनियर्स एंड कांट्रेक्टर्स प्राइवेट लिमिटेड-ट्रांस रेल लाइटिंग लि.) के बीच करार होते ही मशीनरी और मैन पावर कार्यस्थल पर पहुंचने लगे हैं। एजेंसी कोसी के कैचमेंट से पानी उतरते ही जमीनी काम शुरू करेगी। 10.2 किमी लंबी इस परियोजना की लागत 1349 करोड़ है जिसमें सिर्फ महासेतु पर 964 करोड़ खर्च होंगे। तीन साल (नवंबर 2022) में निर्माण पूरा करना है।