बंगाल की खाड़ी में कम दबाव वाला क्षेत्र बनने के कारण इस बार मानसून समय से पहले आ रहा है। दक्षिण-पश्चिम मानसून ने शनिवार को बिहार में दस्तक दे दी। राजधानी पटना में 16 जून को मानसून के पहुंचने का अनुमान था, लेकिन शनिवार शाम तक पूरा बिहार इसकी आगोश में आ गया और मानसून की बारिश शुरू हो गई। दिल्ली मौसम विज्ञान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में मानसून 12 दिन पहले पहुंच जाएगा।

एक दिन पूर्व पहुंचा बिहार, पूरे राज्य में बारिश

पहले इसके 27 जून तक पहुंचने का अनुमान है, लेकिन अब 15 जून को ही यह दस्तक दे देगा। इससे पहले 2008 और 2013 में भी मानसून ने पहले ही दस्तक दे दी थी। मौसम विज्ञानी मानसून के व्यवहार में बदलाव का कारण बंगाल की खाड़ी में कम दबाव वाला क्षेत्र बनना मान रहे हैं। इस वजह से दक्षिणी पंजाब की ओर से ट्रफ लाइन (जमीन पर बना कम दबाव का क्षेत्र जो एक रेखा में दूर तक फैला हुआ हो) केंद्र के बीच पहुंचेगी।

साथ ही दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का रुख भी पश्चिमी तटीय इलाकों से होते हुए बढ़ेगा। ऐसे में इस अनुकूल स्थिति की वजह से दक्षिण-पश्चिमी मानसून का असर दक्षिणी राजस्थान और कच्छ के बाहरी इलाकों में भी पांच से छह दिनों के भीतर देखने को मिल सकता है। ओडिशा, झारखंड और उत्तरी छत्तीसगढ़ के इलाकों में इसका असर दिखेगा।

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