बिहार के सभी जिलों और अनुमंडल अस्पतालों की कैंटीन अब जीविका दीदियां चलाएंगी। ‘दीदी की रसोई’ के नाम से यह कैंटीन चलेगी।
इसके साथ ही प्रति मरीज को रोज के भोजन के लिए मिलने वाली राशि को 100 से बढ़ाकर 150 रुपये कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक में यह फैसला हुआ।
बैठक के बाद कैबिनेट के प्रधान सचिव संजय कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मरीजों को अस्पतालों में शुद्ध एवं पोषक भोजन देने के लिये यह निर्णय लिया गया है।
साथ-ही इससे महिलाओं की आर्थिक समृद्धि भी होगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने पूर्णिया के दौरे में वहां के अस्पताल में जीविका दीदियों के माध्यम से बेहतर भोजन उपलब्ध कराए जा रहे कार्य को देखा।
इसके बाद उन्होंने सभी अस्पतालों में इस तरह की व्यवस्था करने की घोषणा की थी। राज्य में 38 जिले तथा 56 अनुमंडल अस्पताल हैं।