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किसी भी फैशन स्टोर में जाइए, तो एक जगह जरूर होती है. वो है जींस कॉर्नर. आज के समय में जींस सिर्फ फैशन या स्टाइल का सिंबल नहीं है. बल्कि वह एक जरूरी सामान हो गया है. लोग रोजाना के जीवन में इसका इस्तेमाल करते थे. अन्य कपड़ों के इतर जींस की पेंट काफी अलग होती है. जहां अन्य पेंट्स में सामान्य दो जेब और एक बटन होता है.  जींस में मामला बिल्कुल उलट होता है. इसमें कई छोटे बड़ी जेब होती हैं. 

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आपने देखा होगा कि सामान्य जींस की पेंट में सामने की तरफ दो जेब होती हैं. एक जेब जिसमें लोग फोन या पर्स रखते हैं. वहीं, दूसरी जेब बिल्कुल छोटी होती है. जिसमें सिक्के, पेन या पेन ड्राइव जैसी चीजें रख लीं जाती हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं यह जेब इसलिए बनाई ही नहीं गई थी. इसका इस्तेमाल किसी और काम के लिए था. आइए जानते हैं…

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छोटे जेब का क्या है इस्तेमाल
इसका संबंध जींस की शुरुआत से है. दरअसस, जींस का आविष्कार खदान में काम करने वाले मजदूरों के लिए किया गया था. उस वक्त पॉकेट वॉच का चलन होता है. ऐसे में मजदूर उसे सामने वाले जेब में रखते, तो टूटने का डर रहता. इस समस्या को खत्म करने के लिए छोटी पॉकेट बनाई गई. धीरे-धीरे यह जींस का अहम हिस्सा बन गया और आज के दौर में अपने आप फैशन हो गया है. 

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छोटे बटन क्यों होते हैं
इसके अलावा जींस में छोटे-छोटे बटन होते हैं. ये जेब के किनारों पर लगे होंते हैं. इसके पीछे भी एक राज है. यह सिर्फ फैशन के लिए नहीं है. बल्कि इसका अपना जबरदस्त काम है.

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