blank 6 27

देश में कोरोना संक्रमण में तेजी से आ रही गिरावट और ठीक होते मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते जून के पहले हफ्ते से लाकडाउन से राहत मिलने की उम्मीद बढ़ गई है। आर्थिक गतिविधियां बहाल होंगी। हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने लॉकडाउन हटाने में फिलहाल सावधानी बरतने की सलाह दी है। कहा गया है कि पाजिटिविटी दर तय मानक के दायरे में आने के बावजूद इस पर नजर रखनी होगी कि संख्या फिर से बढ़नी शुरू न हो।

Also read: बिहार के लिए चलेगी दर्जनों स्पेशल ट्रेन, जाने रुट के साथ किराया

संक्रमण में तेजी से आ रही गिरावट और ठीक होते मरीजों की बढ़ती संख्या से बढ़ी उम्मीद

Also read: बिहार में 1431.36 करोड़ से बनेगी फोरलेन सड़क, इन जिलों से गुजरेगी सड़क

स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जहां भी संक्रमण दर 10 फीसद से नीचे है और यह लगातार कम होने की दिशा में है, वहां गतिविधियां शुरू होनी चाहिए। ऐसे जिलों की संख्या बढ़ी है और यह संकेत है कि देश दूसरी लहर से बाहर निकलने की राह पर है। पिछले तीन हफ्ते के आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं।

Also read: बिहार को वंदे भारत ट्रेन की सौगात, इन जिलों में चलेगी यह ट्रेन

दिल्ली, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, छत्तीसगढ़, बिहार जैसे राज्यों में पाजिटिविटी दर पांच फीसद से कम या उसके आसपास आ गई है। इन राज्यों में पाजिटिविटी की दर और नए मामलों की संख्या मार्च के अंतिम हफ्ते के स्तर पर पहुंच गई है, जब कोई लॉकडाउन नहीं था। अधिकांश राज्यों ने लाकडाउन का फैसला 15 अप्रैल के आसपास किया था, जब कई जगहों पर पाजिटिविटी दर 36-37 फीसद तक पहुंच गई थी।

लॉकडाउन हटने के बाद संक्रमण बढ़ने की आशंका

जून के पहले हफ्ते से कई राज्यों में लाकडाउन से राहत मिलने की उम्मीद जताते हुए वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पाजिटिविटी दर कम होने के बावजूद लाकडाउन बढ़ाने का फैसला दो वजहों से लिया गया। एक तो लाकडाउन खुलने के तत्काल बाद पाजिटिविटी दर का बढ़ना तय माना जा रहा है। दूसरा मौजूदा सक्रिय मरीजों की संख्या अब भी बहुत ज्यादा बनी हुई है।

साभार – dainikjagran

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.