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कोरोना वायरस की वजह से लोगों की बॉडी में कई तरह की समस्याएं देखने को मिल रही है. अगर लोग वायरस को हरा भी दे रहे हैं तो भी उनकी बॉडी पर इसके कई साइड इफेक्ट्स (Side Effects Of Corona) देखने को मिल रहे हैं. इसमें जीभ का सूज कर बाहर निकल जाना भी शामिल है. फ्लोरिडा में रहने वाले एंथोनी को पिछले साल जुलाई में कोरोना ने अपनी चपेट में ले लिया था. उन्होंने कोरोना को तो हरा दिया लेकिन इसके बाद उनकी जीभ में सूजन आ गई. सूजन इतनी ज्यादा बढ़ गई थी कि जीभ लटक कर बाहर निकल आई थी.

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जीभ में सूजन की इस समस्या को Macroglossia कहा जाता है. इसमें लोगों की जीभ में सूजन आ जाती है और वो फूलने लगते हैं. कोरोना पर शोध करने रिसर्चर्स में शामिल डॉ जेम्स मेलविल्ले ने बताया कि अब तक उनके पास इसके कुल 9 केसेस आए हैं. इनमें लोग कोविड की चपेट में आने के बाद माइक्रोग्लोसिया के शिकार हो गए. ऐसे लोग ब्लैक थे. इन्हीं में से एक हैं एंथोनी.

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वेंटिलेटर से हटाते ही बड़ी हो गई थी जीभ

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डॉ जेम्स ने कोरोना के इस साइड इफेक्ट के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि एंथोनी को कोरोना की वजह से वेंटिलेटर पर रखा गया था. जब उसने कोरोना को हराया तब उसे वेंटिलेटर पर से हटा दिया गया था. लेकिन इसके तुरंत बाद ही एंथोनी की जीभ में सूजन शुरू हो गई. सूजन इतनी ज्यादा बढ़ गई कि जीभ लटक कर बाहर ही निकल गई.
महीनों चला इलाज

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इस बीमारी के कारण एंथोनी को कई महीनों तक तकलीफ झेलनी पड़ी. कई सर्जरी से गुजरने के बाद उनकी जीभ को नॉर्मल साइज में लाया जा पाया. डॉ जेम्स को पिछले साल ऐसे दो मामले देखने को मिले थे लेकिन इस साल ऐसे कई केस उनकी जानकारी में आए. रिसर्च के मुताबिक, ऐसा कोरोना की दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण हो रहा है.

साभार – News 18

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