बिहार से चलने वाली कई सुपरफास्ट ट्रेने यानी की पूर्व मध्य रेलवे की आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों से सुपरफास्ट का दर्जा खत्म हो सकता है. जोकि ऐसा करने का कारण इन ट्रेनों की कम हुई गति और बढ़े स्टॉपेज बताया जा रहा है.
बता दे की इस निर्णय से रेल यात्रियों को भी फायदा मिलेगा. रेल यात्रियों को दर्जा छिनने के बाद सुपरफास्ट का शुल्क नहीं देना होगा. इसको लेकर रेलवे बोर्ड मंथन करने में लगा हुआ है. इनमें से बहुत से ट्रेनें बिहार के कई स्टेशनों से होकर गुजरती हैं.
रेलवे का कहना है की सुपरफास्ट ट्रेन कम से कम 90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है. लेकिन, स्टॉपेज बढ़ाने से इसकी रफ्तार 70-75 किमी प्रति घंटे तक सिमट गयी है. जिसके कारण बहुत से ट्रेनों से सुपरफास्ट का दर्जा छीन सकता है.