बाढ़ और कोरोना महामारी जैसी आपदा में दूसरों को घर-घर जाकर खाना पहुंचाने वाले जाप संरक्षक व पूर्व सांसद पप्पू यादव खुद भूखे हैं। मधेपुरा जिले के कुमारखंड थाना में दर्ज अपहरण के एक मामले में मंगलवार को पूर्व सांसद को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। मधेपुरा कोर्ट में वर्चुअल पेशी के बाद रात करीब 12. 45 बजे पूर्व सांसद को वीरपुर जेल लाया गया। जेल की कुव्यवस्था को लेकर पूर्व सांसद ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
पप्पू यादव के आधिकारीक ट्वीटर हैंडल से यह जानकारी मिली। पप्पू यादव ने अपना दर्द साझा करते हुए कहा है कि वीरपुर जेल में ना तो पीने का शुद्ध पानी है ना ही वॉशरूम। वह खुद डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। उनके पांव का ऑपरेशन भी हुआ है। उन्हें बैठने में दिक्कत होती है लेकिन शौचालय में कमोड नहीं है। रात भर उन्हें मच्छरों ने काटा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया है कि बिहार में राजनीतिक संरक्षण में चल रहे दवा माफियाओं, शराब माफियाओं, एंबुलेंस माफियाओं और अस्पताल माफियाओं के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी रहेगी।
उधर भारी सुरक्षा के बीच मंगलवार की रात लगभग 12:45 बजे पटना और मधेपुरा की पुलिस पूर्व सांसद पप्पू यादव को लेकर वीरपुर पहुंची। पुलिस के काफिले के पीछे पूर्व सांसद के सैकड़ों समर्थक और पार्टी कार्यकर्ता अपने वाहनों से चल रहे थे। हालांकि वीरपुर पहुंचने के बाद पप्पू यादव को लगभग 1 घंटे तक जेल के बाहर इंतजार करना पड़ा। पीछे से मधेपुरा पुलिस सभी जरूरी कागजात लेकर पहुंची तब रात लगभग 1:45 बजे सांसद पूर्व सांसद को जेल के अंदर भेज गया।
साभार – hindustan