बिहार में कोरोना की रोकथाम को लेकर सरकार ने लॉकडाउन का एलान किया है. इसका काफी असर देखने को मिल रहा है. फर्स्ट बिहार झारखंड आपको डेटा एनालिसिस की खबर बता रहा है, जो बिहार सरकार और यहां के लोगों के लिए बहुत ही अच्छी खबर है. एक तरफ बिहार ने जहां देखा कि नाइट कर्फ्यू में मामले तेजी से बढ़ते ही जा रहे थे. वहीं, दूसरी तरफ ये देखा जा रहा है कि लॉकडाउन के कारण बिहार में पिछले 5 दिनों से लगातार पॉजिटिविटी रेट नीचे गिरती जा रही है. जिसके कारण एक्टिव मरीजों की संख्या और स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में भी काफी अंतर देखा गया है.

रविवार को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़े के मुताबिक बिहार में सिर्फ 11 हजार 259 नए मामले सामने आये हैं. फर्स्ट बिहार की टीम ने जब कोरोना के आंकड़ों का एनालिसिस किया तो पाया गया कि पिछले 5 दिनों में संक्रमण का दर कम हुआ है. सूबे में पॉजिटिविटी रेट लगातार नीचे गिर रहा है. हालांकि अभी भी बिहार के कुछ विशेष जिलों में लोगों को काफी सावधानी बरतने की आवश्यकता है. इस लिस्ट में सबसे ऊपर राजधानी पटना का नाम है. यहां प्रतिदिन सर्वाधिक मामले सामने आ रहे हैं. आज भी यहां 1 हजार 646 केस मिले हैं. हालांकि पिछले दिनों की तुलना में राजधानीवासियों के लिए भी ये अच्छी खबर है. क्योंकि यहां रोज 2 हजार से ज्यादा मरीज सामने आ रहे थे. 

बिहार में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये किये जा रहे प्रयासों से कोरोना की पॉजिटिविटी रेट लगातार कम हो रही है. प्रदेश में पॉजिटिविटी रेट 30 अप्रैल को 16.14% था, जो इस महीने 9 मई को घटकर 10.31% हो गया है. फर्स्ट बिहार की टीम ने पिछले 5 दिनों के आंकड़े में देखा कि 5 मई को पॉजिटिविटी रेट 15.57% था. 6 मई को 14.40%, 7 मई को 12.56%, 8 मई को 11.98% था. और आज 9 मई को पॉजिटिविटी रेट गिरकर 10.31% तक आ गया है. आपको बता दें कि ये आंकड़े प्रतिदिन होने वाले टेस्ट की संख्या और संक्रमितों की संख्या के आधार पर ज्ञात किये गए हैं.

input – first bihar

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 5 years.