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कोरोना महामारी के बढ़ते संक्रमण के कारण लोगों को हॉस्पिटल में जगह नहीं मिल रही. ऐसे में मरीज को लेकर इधर उधर भटकना पड़ रहा है. देश का एक जवान जो अपनी जान की परवाह किए बिना हमारी सुरक्षा के लिए सरहद पर डटा रहता है उन्हें भी अपने परिजनों के इलाज के लिए हॉस्पिटल्स के चक्कर काटने पड़ रहे हैं.

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ऐसे में एक आम आदमी की क्या हालत होगी इस बात अंदाजा लगा लीजिए. ऐसे ही एक बीएसएफ जवान की गुहार आज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जो अपनी पत्नी के इलाज के लिए घंटों तक एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल के चक्कर काटता रहा.

 वीडियो द्वारा लगाई गुहार

जब कभी देश की सीमाओं पर कोई अनहोनी हुई है और उस दौरान हमारे जवान शहीद हुए हैं तब पूरा देश उनके लिए रोया है, उनके परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है लेकिन आज एक जवान खुद रोता हुआ देखा गया तथा उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आया.

मध्य प्रदेश के रीवा जिले का एक बीएसएफ जवान अपनी कोविड पॉजिटिव पत्नी को लेकर एक हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल के चक्कर काटता रहा. हर जगह गुहार लगाई लेकिन इनकी पत्नी को कहीं भी बेड नहीं मिला. अंत में मीडियाकर्मियों ने जब इस जवान से बात की तब उनके आंसुओं के साथ  दुख और बेबसी का गुबार फूटा. यह वीडियो अब सोशल मीडिया के माध्यम से पूरे देश के सामने आ चुका है.

आठ घंटे भटकता रहा जवान 

COVID Patients

वीडियो में जवान ने बताया कि वह पिछले आठ घंटे से अपनी पत्नी को कार में लेकर भटक रहे हैं. इस दौरान वह हर अस्पताल में गए. हर जगह उन्हें मना किया जा रहा है और किसी अन्य अस्पताल में जाने को कहा जा रहा है. कोई यह बताने को तैयार नहीं है कि आखिर वह अपनी कोरोना संक्रमित पत्नी को कहां भर्ती कराएं.

जवान ने बताया कि वह हर आने जाने वाले से मदद की अपील कर रहे हैं. अंत में बीएसएफ जवान ने मीडिया का सहारा लिया और मीडियाकर्मियों के सामने रोते हुए अपनी पीड़ा व्यक्त की. मीडियाकर्मियों के सहयोग के बाद जवान की पत्नी को रीवा के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराया गया.

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