अंग्रेजों के नमक उत्पादन पर एकाधिकार को खत्म करने के लिए महात्मा गांधी ने दांडी मार्च का आह्मवान किया था। इसकी शुरुआत 12 मार्च, 1930 क साबरमती आश्रम से हुई थी और 6 अप्रैल को यह यात्रा दांडी पहुंची थी।

इसी दिन सुबह 6:30 बजे महात्मा गांधी ने अंग्रेजों के बनाए नमक कानून को तोड़ा था। यही नहीं इसी के बाद देश भर में असहयोग आंदोलन की शुरुआत हुई थी, जो 1934 तक चला था।

दांडी मार्च के दौरान महात्मा गांधी अपने 78 अनन्य सहयोगियों के साथ निकले थे। 386 किलोमीटर की यह यात्रा पैदल ही तय की गई थी। भारत में आंदोलन के इतिहास की जब भी बात होती है तो दांडी मार्च का नाम जरूर लिया जाता है।

आजादी के 75 साल पूरे होने के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी आज अमृत महोत्सव की शुरुआत करेंगे। इस महोत्सव की शुरुआत के लिए 12 मार्च की तारीख इसीलिए तय की गई है क्योंकि इसी दिन महात्मा गांधी ने दांडी मार्च की शुरुआत की थी।

इस साल आजादी के 75 साल पूरे हो रहे हैं तो दांडी मार्च के 91 वर्ष पूरे हो गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी अकसर महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम जाते रहे हैं। स्वच्छ भारत अभियान भी पीएम नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के आदर्शों पर ही शुरू की थी।

केंद्र सरकार की ओर से स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर अमृत महोत्सव मनाने का ऐलान किया गया है। यह उत्सव 12 मार्च से शुरू हो रहा है और आने वाले 75 साल तक जारी रहेगा।

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