अद्भुत ख़ूबसूरती के कारण ही यूनिस्को द्वारा ‘आगरा फ़ोर्ट’ को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया था.

आगरा जाने वाले अगर ‘आगरा फ़ोर्ट’ घूम कर न आयें, तो उनकी यात्रा अधूरी मानी जाती है.

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 ये क़िला अनूठी वास्तुकला और अनोखी शिल्पकारी के लिये दुनियाभर में मशहूर है.

अद्भुत ख़ूबसूरती के कारण ही यूनिस्को द्वारा ‘आगरा फ़ोर्ट’ को विश्व धरोहर की लिस्ट में शामिल किया गया था.

‘आगरा फ़ोर्ट’ को लेकर अब तक हम कई अलग-अलग कहानियां सुनते आये हैं.

कहते हैं कि पहले ये क़िला पृथ्वी राज चौहान के पास था. इसके बाद इस पर महमूद गजनवी ने अपना कब्ज़ा जमा लिया था. यहां जाने वालों का कहना है कि ‘

आगरा फ़ोर्ट’ इतना भव्य और ख़ूबसूरत है कि देख कर लगता है, मानों इसमें एक पूरा संसार समाया हुआ हो.

किसने कराया था आगरा फ़ोर्ट का निर्माण? इतिहासकारों के मुताबिक़, ‘आगरा फ़ोर्ट’ का निर्माण मुग़ल बादशाह अक़बर ने 1565-1573 के दौरान कराया था.

वहीं एक ओर ये भी कहा जाता है कि ये विशाल क़िला 1000 ईसवी से पहले ही बन चुका था. अक़बर ने सिर्फ़ इसका नवीनीकरण कराया था.

कहते हैं कि, आगरा फ़ोर्ट पर किसी एक का नहीं, बल्कि कई मुग़ल और मराठी शासकों का राज रहा है. शासकों की शान और चमक आज भी क़िले में देखी जा सकती है.

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