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अपने खर्चों और वित्तीय जरूरतों को सही से चलाने के लिए बचत करना बेहद जरूरी होता है। बचत करने से भविष्य में आकष्मिक जरूरतों को पूरी करने में काफी आसानी होती है। अगर आप अपने बचत के पैसों को सही जगह पर इनवेस्ट करते हैं तो आप उस पर कमाई भी कर सकते हैं। बता दे की सरकार इस बात की तैयारी कर रही है कि पोस्ट ऑफिस और बैंक के खातों के बीच उसी तरह से सहजता से पैसे ट्रांसफर हो सकें, जैसे अभी बैंक के 2 खातों के बीच होता है.

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सरकार ने लोकसभा में दी ये जानकारी : आपको बता दे की मिनिस्टर ऑफ स्टेट फोर कम्युनिकेशंस (MoS Communications) देवुसिंह चौहान (Devusinh Chauhan) ने एक साव के जवाब में लोकसभा में इसकी जानकारी दी. मंत्री से पोस्टल और बैंक अकाउंट के बीच पैसों के ऑनलाइन ट्रांसफर की मंजूरी दिए जाने के बारे में सवाल पूछा गया था. इसके जवाब में मंत्री ने बताया कि सरकार पोस्ट ऑफिस के अकाउंट से बैंक अकाउंट में और बैंक अकाउंट से पोस्ट ऑफिस के अकाउंट में ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर (Online Money Transfer) करने की सुविधा देने के लिए एनईएफटी (NEFT) और आरटीजीएस (RTGS) मुहैया कराने की दिशा में काम कर रही है.

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कोर बैंकिंग से जुड़ जुके ज्यादातर पोस्ट ऑफिस : खास बात यह है की कैबिनेट राज्य मंत्री ने यह भी बताया कि अभी तक देश के कुल डाक घरों में से 1,52,514 को कोर बैंकिंग सिस्टम के दायरे में लाया जा चुका है. पूरे देश में अभी 1,58,526 पोस्ट ऑफिस हैं. इसका मतलब हुआ कि अब सिर्फ 6,012 पोस्ट ऑफिस ही ऐसे बचे हैं, जिन्हें अब तक कोर बैंकिंग सिस्टम से जोड़ा नहीं गया है.

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इन योजनाओं पर किया जा रहा विचार : वही चौहान ने कहा कि सरकार इंटरमीडिएट डेटा रेट कनेक्टिविटी (IDR), वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क कनेक्शन (VPN) और वेरी स्मॉल अपर्चर टर्मिनल कनेक्टिविटी (VSAT) के माध्यम से कनेक्टिविटी उपलब्ध कराने की दिशा में कदम उठा रही है. बताया जा रहा है की इनके अलावा ग्रामीण व पर्वतीय इलाकों में स्थित डाक घरों के लिए सब्सक्राइबर आइडेंटिफिकेशन मॉड्यूल (SIM) बेस्ड हैंडहेल्ड डिवाइसेज और प्वाइंट ऑफ सेल (PoS) डिवाइसेज उपलब्ध कराने की योजना है.

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