apanabihar.com954

हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा (Kangra) जिले के जयसिंहपुर का पैरा कमांडो जवान विवेक कुमार (Para Commando Vivek Kumar ) भी तमिलनाड़ू के नीलगिरी के कन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) में शहीद हो गया है. विवेक सीडीएस बिपिन सिंह रावत समेत 13 लोगों में शामिल है जिनकी हादसे में मौत हुई है. आपको बता दे की विवेक चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के साथ थे, उनके पीएसओ थे, विवेक अपने पीछे 6 महीने का बेटा, पत्नी और माता-पिता को छोड़ गये, वो तीन भाई बहनों में सबसे बड़े.

Also read: मुजफ्फरपुर, सहरसा, दानापुर, पटना, दरभंगा जैसे जगहों से चलेगी वंदे भारत ट्रेन, जाने रुट के साथ किराया

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पैरा कमांडो जवान विवेक कुमार कांगड़ा जिले के जयसिंह पुर उपमंडल के कोसरी इलाके के अपर ठेहड़ू गांव के रहने वाले थे, लांस नायक विवेक कुमार 2012 में जैक राइफल में भर्ती हुए थे बाद में वो पैरा कमांडो में चले गये थे. साल 2020 में उनकी शादी हुई थी, इसी साल 5 महीने पहले वो पिता बने थे।

Also read: UP-बिहार के लिए चलेगी 10 समर स्पेशल ट्रेनें, जाने रुट व किराया

जानकारी के लिए बता दे की विवेक का अभी 2 महीने के बेटा है. घटना के बाद मां का रो-रोकर बुरा है और मां के मुंह से एक ही बात निकल रही है, ‘मेरा पुत्तर मुझे छोड़कर कहां चला गया.’ विवेक की पत्नी प्रियंका रानी भी रो-रोकर बेसुध हो रही है. पिता आंगन में कुर्सी लगाए चुपचाप गमगीन बैठे हैं. अपने बेटे का पहला जन्मदिन मनाने की तमन्ना अधूरी रह गई, उनके पिता रमेश चंद दिहाड़ी का काम करते हैं, जबकि मां आशा देवी गृहिणी है, विवेक का छोटा भाई है जो बैजनाथ के चौबीन में बेकरी में काम करती है, एक बहन की शादी हो चुकी है, विवेक अक्टूबर में घर छुट्टी पर आये थे, विवेक का ससुराल कोसरी गांव में ही है, वो 12वीं पास करने के बाद ही जैक राइफल में भर्ती हुए थे।

Also read: बिहारवासियों के लिए खुशखबरी, मुजफ्फरपुर से हावड़ा के लिए दो अमृत भारत ट्रेन

‘मुझे अपने पति पर गर्व’ विवेक कुमार की पत्नी प्रियंका ने कहा, ‘मुझे अपने पति पर बहुत गर्व है. हमारे छह महीने के बच्चे की परवरिश के लिए उनके कई सपने थे. मैं उन सभी इच्छाओं को पूरा करूंगी.” वहीं विवेक कुमार की मां ने कहा, मैंने देश के लिए अपने बेटे की कुर्बानी दी. मुझे उस पर गर्व है. वह हमारा सपोर्ट सिस्टम था. मेरा दूसरा बेटा बेरोजगार है. हमें सरकार के समर्थन की जरूरत है.

Raushan Kumar is known for his fearless and bold journalism. Along with this, Raushan Kumar is also the Editor in Chief of apanabihar.com. Who has been contributing in the field of journalism for almost 4 years.