UIDAI (भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण) की तरफ से एक बड़ी योजना सामने आ रही है । इसके तहत यूजर्स के स्मार्ट फ़ोन को ही यूनिवर्सल ऑथेंटिकेटेर (universal authenticator) के रूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा। बता दे की अभी के समय में फिंगर प्रिंट्स (finger prints) और ओटीपी ऑथेंटिकेशन (OTP authentication) के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन जल्द ही स्मार्टफोन से अथेंटिकेशन प्रक्रिया को पूरा किया जा सकेगा। साधारण शब्दों में कहें, तो यूजर्स को अभी राशन और पेंशन जैसी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए फिंगरप्रिंट या फिर आंखों को स्कैन करना होता है। लेकिन जल्द ही इसकी जगह स्मार्टफोन को इस्तेमाल किया जा सकेगा।

बताया जा रहा है की इससे यूजर्स को पेंशन ,राशन जैसी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए फिंगरप्रिंट्स या फिर आँखों की स्कैनिंग करना होता है। लेकिन जल्द ही इसकी जगह स्मार्टफोन का इस्तेमाल किया जा सकेगा। ऐसा होने पर लोगों को सरकारी सुविधाओं का लाभ लेने के लिए दफ्तरों या फिर किसी दूसरे सरकारी संस्थानों के चक्कर नहीं लगाने होंगे। आधार कार्ड होल्डर व्यक्ति घर बैठकर आधार कार्ड को (विर्तुअली स्मार्टफोन) virtually smartphone से वेरीफाई (verify) कर पाएगा। UIDAI (भारतीय विशिष्‍ट पहचान प्राधिकरण) की मानें, तो इस दिशा में तेजी से काम किया जा रहा है। ऐसे में हमें उम्मीद है कि जल्द इसे स्मार्टफोन को यूनिवर्सल अथेंटिकेटर की तरह विकसित कर लिया जाएगा। इसके बाद लोगों को सरकारी सुविधों का लाभ लेने के लिए दफ्तरों या फिर किसी दूसरे सरकारी संस्थान के चक्कर नहीं लगाने होंगे।

कहाँ-कहाँ पर स्मार्टफोन को ऑथेंटिकेटर के रूप में इस्तेमाल कर सकेंगे-

  • बैंक अकाउंट खोलने में
  • पेंशन बनवाने में
  • PAN Link कराने में
  • राशन कार्ड बनाने और राशन लेने में
  • ड्राइविंग लाइसेंस (Driving License) बनवाने में
  • नया मोबाइल कनेक्शन लेने में

जानकारी के लिए बता दे की मौजूदा वक्त में कुल 120 करोड़ मोबाइल कनेक्शन मौजूद हैं। इसमें से 80 करोड़ स्मार्टफोन को अथेंटिकेटर के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि इस मामले में अभी कोई अतिरिक्त जानकारी नहीं साझा की गई है कि कैसे स्मार्टफोन को अथेंटिकेशन के लिए यूज कर सकेंगे।

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