जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल सोमवार को छठे दिन भी जारी रही।
हड़ताल से पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल की चिकित्सा व्यवस्था चरमरा गई है।
सोमवार को ओपीडी में मरीजों की संख्या कम हो गई, ऑपरेशन टल रहे हैं और भर्ती के लिए आए मरीज दर्द से कराहते हुए जमीन पर लेटने को मजबूर हैं।
यहां तक कि एक्स-रे और खून की जांच तक समय पर नहीं हो पा रही है। रिपोर्ट नहीं मिलने से कई मरीज खुले में रात बिताने पर मजबूर हो रहे हैं।
सीनियर डॉक्टर भी वार्डों में 24 घंटे में एक बार आते हैं और बहुत तेजी में हालचाल लेकर निकल जा रहे हैं। मरीजों की समस्याएं बढ़ रही हैं। इलाज बुरी तरह प्रभावित है।
जूनियर डॉक्टर को मनाने के लिए पीएमसीएच प्रशासन से लेकर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी लगे हुए हैं। लेकिन बिना उचित आश्वासन के जूनियर डॉक्टरों ने काम पर लौटने से साफ इनकार कर दिया है।