Tokyo Olympics 2020 में भारतीय बॉक्सर सतीश कुमार का सफर खत्म हो गया है. सतीश उज़्बेकिस्तान के बॉक्सर बखोदिर जलोलोव से 5-0 से हारकर ओलंपिक्स से बाहर हो गए हैं. इस हार के साथ ही बॉक्सिंग के पुरुष वर्ग में भारतीय टीम की दावेदारी भी खत्म हो गई है. हालांकि, सतीश भले ही इस मैच को हार गए लेकिन अपने जज़्बे से उन्होंने सबका दिल जीत लिया.

माथे और ठोड़ी पर लगे सात टांकों के बावजूद सतीश कुमार इस मैच में लड़कर हारे. मैच के बाद वर्ल्ड चैंपियन बखोदिर जलोलोव ने भी उनकी हिम्मत की दाद दी. इस बार के ओलंपिक्स में सतीश कुमार दूसरे ऐसे भारतीय बॉक्सर रहे जिन्होंने चोट के बावजूद रिंग में उतरने का फैसला किया. इससे पहले भारत के विकास कृष्ण भी कंधे की चोट के साथ मैच में उतरे थे और हार गए थे.

मैच की बात करें तो सतीश का मुक़ाबला वर्ल्ड चैंपियन जलोलोव से था और मैच में यह अंतर साफ दिखा. मैच के पहले राउंड में जलोलोव ने संभलकर शुरुआत की, और पहले मिनट में ही सतीश के खेल को अच्छी तरह भांप लिया. सतीश ने इस राउंड में अटैक की शुरुआत तो की, लेकिन जलोलोव के मजबूत डिफेंस के आगे उन्हें कोई ख़ास कामयाबी नहीं मिली.

और फिर जब उज़्बेक बॉक्सर ने आक्रामक खेल दिखाना शुरू किया तो सतीश बैकफुट पर चले गए. जलोलोव गेम को डोमिनेट करने लगे. उन्होंने अपने राइट हैंड से पंच लगाने शुरू किये जिनका सतीश के पास कोई जवाब नहीं था. पहले राउंड के बाद जलोलोव को पांचों जजों से 10 अंक और सतीश को सभी से 9 अंक मिले और सतीश पहला राउंड हार गए.

अगले राउंड में भी तीन बार के एशियाई चैंपियन बखोदिर जलोलोव ही भारी पड़ते दिखे. सतीश जब भी अटैक करने जाते, जलोलोव बेहतरीन काउंटर अटैक करते हुए भारतीय बॉक्सर को मुक्के रसीद करते. सतीश का डिफेंस भी जलोलोव के अटैक के सामने फीका दिखाई दिया और दूसरे राउंड को भी जजों की सर्व सहमति से उज़्बेकिस्तान के बॉक्सर ने जीत लिया.

input – thelallantop

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