आने वाले समय में आपको भारतीय रेलवे बदला-बदला दिखाई देगा. रेलवे ने इसके लिए तैयारी तेज कर दी है. 11,5000 करोड़ रुपये खर्च कर वह कई प्रोजेक्ट सौंपने वाली है. इसमें 58 अति महत्वपूर्ण और 68 महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं. आपको बता दें कि 11,588 करोड़ लागत वाली कुल 1,044 किलोमीटर के 29 बेहद महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट सौंपे जा चुके हैं.
11,5000 करोड़ का निवेश
रेलवे ने 39,663 करोड़ की लागत वाली 3,750 किलोमीटर लंबी कुल 58 अति महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट को चिन्हित किया है. इन 58 अति महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट में से 27 परियोजनाएं दिसंबर, 2021 तक पूरी हो जाएंगी जबकि बाकी 2 परियोजनाएं मार्च 2022 तक सौंपी जाएंगी. खास बात ये है कि भारतीय रेल नेटवर्क का अधिकांश यातायात गोल्डन चतुर्भुज (Golden quadrilateral), उच्च घनत्व नेटवर्क मार्गों (Gigh density network routes) और अत्यधिक उपयोग किए गए भारतीय रेलवे नेटवर्क मार्गों पर चलता है. उच्च घनत्व और बहुत ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले रूट में भारतीय रेल नेटवर्क की मार्ग लंबाई (Route length) 51 फीसदी है लेकिन इसमें 96 प्रतिशत ट्रैफिक है.
68 परियोजनाएं होंगी पूरी
जो 68 परियोजनाएं अगले फेज में पूरी होनी हैं उन्हें महत्वपूर्ण परियोजनाएं माना गया है. ये सभी सिविल परियोजनाएं विद्युतीकरण और सिग्नलिंग कार्य से संबंधित हैं. इनको जल्द पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है जिससे निवेश का फायदा उठाया जा सके. पूरी होने पर यह मोबिलिटी, सुरक्षा में सुधार लाएंगी और व्यस्त मार्गों पर सवारी और मालगाड़ी चलाने की अतिरिक्त क्षमता का निर्माण होगा. जल्द पूरी की जाने वाली चिन्हित परियोजनाओं के लिए बजट आवंटन को हाई प्रायोरिटी दी गई है.
बेहद महत्वपूर्ण परियोजनाएं
39,663 करोड़ की लागत से 3,750 किलोमीटर कुल लंबाई वाली 58 परियोजनाओं को अति महत्वपूर्ण चिन्हित किया गया है. यह अति महत्वपूर्ण परियोजनाएं मल्टी-ट्रैकिंग यानी दोहरीकरण/तीसरी लाइन/चौथी लाइन की व्यस्त मार्गों पर हैं. इनके पूरी होने पर रेलवे इन घने/ संतृप्त (satisfied)/ व्यस्त मार्गों पर सुरक्षा के साथ तेज गति से ज्यादा ट्रैफिक संचालन कर सकेगा. अब तक 11,588 करोड़ रुपए लागत की 1,044 किलोमीटर कुल लंबाई की 29 परियोजनाएं चालू कर दी गई हैं. 27 परियोजनाएं दिसंबर 2021 तक पूरी हो जाएंगी जबकि बाकी 2 परियोजनाएं मार्च 2022 तक पूरी होंगी.
महत्वपूर्ण परियोजनाएं
75,736 करोड़ रुपये की लागत वाली 6,913 किलोमीटर कुल लंबाई की 68 महत्वपूर्ण परियोजनाओं की पहचान की गई है और 1,408 करोड़ रुपये की लागत वाली 108 किलोमीटर लंबी 4 परियोजनाएं अब तक पूरी कर ली गई हैं. बाकी परियोजनाओं को मार्च 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.