कोरोना संक्रमण के चलते बंद किए गए स्कूलों को अब खोल दिया जाएगा। डेढ़ महीने बाद सरकारी स्कूल गुरुवार से एक बार फिर से खुल जाएंगे। शिक्षक और कर्मचारी स्कूल पहुंचे। हालांकि शिक्षकों ने इसपर आपत्ति जताई है कि जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अधिकारिक रूप से यह पत्र नहीं जारी किया है, क्योंकि उसमें किसी अधिकारी का हस्ताक्षर नहीं है। फिलहाल शिक्षकों को ही स्कूल बुलाया जा रहा है। अभी छात्र-छात्राओं की कक्षाएं नहीं चलेंगी। करीब डेढ़ महीने से अधिक समय बाद एक बार फिर से प्राथमिक, मध्य और उच्च विद्यालय खुले और शिक्षक एवं कर्मचारी पहुंचे।
हालांकि शिक्षकों को प्राथमिकता के तौर पर समग्र शिक्षा की राशि का हिसाब कर उसे लौटाने संबंधी कार्य करने को कहा गया है। हालांकि इसको लेकर कई स्कूलों के प्रधानाचार्य सर्वशिक्षा अभियान के कार्यालय पहुंचे। 25 तक इस राशि को लौटाने के बाद शिक्षकों को एमडीएम वितरण से जुड़े कार्य करने को कहा गया।
हालांकि कुछ शिक्षक संघ ने कहा कि शिक्षकों को बुलाने का पत्र जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय से जारी तो कर दिया गया है, लेकिन उसपर किसी का हसताक्षर नहीं है। माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष ने कहा कि इस संबंध में किसी अधिकारी के हवाले से पत्र जारी होना चाहिए था। फिर भी इस पत्र के आधार पर स्कूल पहुंचे।